हमीरपुर, उत्तर प्रदेश: जिले में खनन गतिविधियों की शुरुआत के साथ ही अवैध खनन और परिवहन का एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है। खनन माफिया तेजेंदर पाल सिंह पर प्रशासन की कथित अनदेखी का लाभ उठाकर बड़े पैमाने पर अवैध खनन और रेत की तस्करी करने का आरोप लगाया गया है। जानकारी के अनुसार, खनन पट्टे के नाम पर भारी मशीनों का उपयोग कर दिन-रात अवैध तरीके से रेत निकाली जा रही है। इसके बाद सैकड़ों ओवरलोड ट्रक इस रेत को जिले से बाहर ले जा रहे हैं।
सड़कों पर दौड़ते इन ओवरलोड वाहनों के कारण न केवल नियमों का उल्लंघन हो रहा है, बल्कि सरकारी राजस्व को भी भारी नुकसान हो रहा है। प्रशासनिक अनदेखी और निदेशालय के आदेश बेअसर हो गए हैं। यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि खनन निदेशक माला श्रीवास्तव द्वारा अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए जारी किए गए सख्त निर्देशों का हमीरपुर में कोई असर नहीं दिख रहा है। आरोप है कि स्थानीय स्तर पर मिलीभगत के चलते माफिया का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है और उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है।
इस मामले से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिनमें खनन क्षेत्र के कांटे से ओवरलोड ट्रकों को निकलते हुए देखा जा सकता है। ये तस्वीरें इस बात का सबूत हैं कि वजन संबंधी नियमों को ताक पर रखकर परिवहन किया जा रहा है। हमीरपुर में चल रहे इस अवैध कारोबार ने एक बार फिर जिले में खनन माफिया और प्रशासनिक व्यवस्था के बीच सांठगांठ पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

