भारत और फिजी के बीच सहयोग की नई संभावनाएं: मोदी

By Sabal SIngh Bhati - Editor

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिजी के प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका के साथ बैठक के बाद कहा कि दोनों देशों की आकांक्षाएं एक ही नाव पर सवार हैं, भले ही महासागरों की दूरी हो। हैदराबाद हाउस में हुई इस बैठक में 8 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए और 17 घोषणाएं की गईं। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, साइबर सुरक्षा, मानकीकरण और रक्षा सहयोग से संबंधित समझौतों में फिजी में 100 बेड के सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना, दवाओं की आपूर्ति, कौशल विकास और त्वरित प्रभाव परियोजनाओं का सहयोग शामिल है।

इसके अलावा, मानव संसाधन क्षमता निर्माण, तकनीकी सहयोग और गतिशीलता बढ़ाने के लिए भी करार किए गए। घोषणाओं में भारतीय नौसेना का फिजी दौरा, रक्षा अटैची की नियुक्ति, एंबुलेंस और चिकित्सा सेवाओं का उपहार, साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना और कृषि में ड्रोन व मोबाइल सॉयल टेस्टिंग लैब्स की आपूर्ति शामिल है। धार्मिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक सहयोग के तहत हिंदी-संस्कृत अध्यापक, पंडितों का प्रशिक्षण, जयपुर फुट कैंप और क्रिकेट कोच की नियुक्ति की जाएगी। हील इन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी और भारतीय घी को फिजी के बाजार में प्रवेश मिलेगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि मोदी और राबुका ने व्यापक बातचीत की, जिसमें रक्षा, व्यापार, स्वास्थ्य सेवा, कृषि, गतिशीलता और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए साझा दृष्टिकोण को मजबूत करने पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया और जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल साउथ की आवाज को मजबूत करने और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, स्थिरता तथा विकास को प्राथमिकता देने पर बल दिया। फिजी ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन दोहराया। राबुका ने भारत की मेहमान नवाजी के लिए आभार व्यक्त किया।

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