जालंधर। पंजाब के जालंधर में पुलिस और जग्गू भगवानपुरिया गिरोह के शूटरों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसके बाद तीन शूटरों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से एक शूटर को पेट में गोली लगी है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस आयुक्त धनप्रीत कौर ने बताया कि गोली से घायल आरोपी मनकरण अमृतसर के चर्चित धर्मा हत्या मामले में शूटरों का मददगार बताया जा रहा है। पुलिस ने मौके से अवैध हथियार बरामद किये हैं और मनकरण के दो साथियों को भी हिरासत में लिया है।
उन्होंने बताया कि मनकरण की लोकेशन (सलेमपुर मसंदा इलाके) में ट्रेस होने के बाद जब टीम ने उसे घेरने की कोशिश की तो उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। कौर ने बताया कि तड़के रामामंडी एरिया में कुछ गुंडों ने फायरिंग की थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें पकड़ लिया। घेराबंदी के दौरान बाइक सवार तीनों आरोपियों- मनकरण सिंह, सिमरनजीत सिंह और जयवीर सिंह ने पुलिस पर फायरिंग की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मनकरण घायल हो गया।
वह अमृतसर में धर्मजीत उर्फ धर्मा मर्डर केस में वांटेड था और उसके खिलाफ पहले से कई केस दर्ज हैं। मनकरण के संबंध कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया और अमृत दालम से भी जुड़े हुए हैं। अमृतसर में छेहरटा इलाके में 26 सितंबर को धर्मजीत सिंह उर्फ धर्मा की हत्या हुई थी। इस मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा था। धर्मा वही आरोपी है, जिसे 2012 में सहायक उप निरीक्षक रविंदरपाल की हत्या में दोषी करार दिया गया था। धर्मा पर इस कत्ल के अलावा चार और मामले एनडीपीएस और आम्र्स एक्ट के दर्ज थे।
पुलिस इस केस में तीन आरोपियों नवराज सिंह सह, दलविंदर सिंह उर्फ बिल्ली और शुभदीप सिंह उर्फ शुभको गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि शूटरों और विदेशी हैंडलर की पहचान भी कर ली गयी है। तीन शूटर, जिन्होंने फायरिंग कर धर्मा का कत्ल किया था, पुलिस की गिरफ्त से दूर थे, जिनमें मनकरण भी शामिल था। पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।