जोधपुर। जैसलमेर जिले के थइयात गांव के पास एक निजी बस में लगी भीषण आग में मरने वालों की संख्या 25 हो गई है। एमजीएच अस्पताल में अब छह लोग वेंटिलेटर पर हैं। अस्पताल में उपचाराधीन इमामत नाम की महिला की मौत हो गई। पुलिस ने कार्रवाई कर शव परिजनों को सौंप दिया है। अहमदाबाद रैफर किए गए पीर मोहम्मद की इमामत है, जो 85 फीसदी तक झुलस गई थी। जैसलमेर जिले के थइयात गांव की सरहद में पिछले सप्ताह निजी बस में भीषण आग लगने से एक और मौत के बाद मृतकों की संख्या अब 25 हो गई है।
इस हादसे के बाद महात्मा गांधी अस्पताल में सबसे पहले इमामत को लाया गया था। 85 फीसदी जलने के कारण उसकी जान को खतरा बना हुआ था। आखिरकार सोमवार की देर रात इमामत ने अंतिम सांस ली। वहीं उसके पति पीर मोहम्मद का उपचार जारी है, जिसे अहमदाबाद रैफर किया गया है। महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर फतेह सिंह ने बताया कि दो घायल वेंटिलेटर पर हैं। 6 घायलों का डॉक्टर और नर्सिंग की स्पेशल टीम की निगरानी में उपचार चल रहा है।