जोधपुर। जैसलमेर जिले में हुई बस दुखांतिका में घायल पीर मोहम्मद की इलाज के दौरान जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में मौत हो गई। पीर मोहम्मद को जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था। यहां से उसके परिजन उसे अहमदाबाद ले गए थे। बाद में उसे जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल लाया गया। हादसे में अब तक कुल 28 लोगों की मौत हो चुकी है। पीर मोहम्मद के परिवार में यह पांचवीं मौत है। इससे पहले उनकी पत्नी इमामत सहित तीन बच्चों की मौत हो गई थी।
बता दें कि पीर मोहम्मद जैसलमेर के भागू का गांव जाने के लिए पत्नी इमामत (30) और तीन बच्चे इरफान, यूनुस और हसीना के साथ बस में सवार हुए थे। उन्होंने तीनों बच्चों को स्लीपर सीट पर बैठा दिया और खुद गैलरी में खड़े हो गए थे। आग लगने के बाद पीर मोहम्मद ने बस का कांच तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन तोड़ नहीं पाए। पीर मोहम्मद के दो बेटे इरफान और हसीना की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि यूनुस की महात्मा गांधी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
इसके बाद गत 20 अक्टूबर को उनकी पत्नी इमामत का भी निधन हो गया था।

