जोधपुर में वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा 2024 के सुरक्षा उपायों की जानकारी

अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष यूआर साहू ने सोमवार को प्रेंस कांफ्रेंस में परीक्षा आयोजन तथा प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में अहम जानकारियां दीं। वर्तमान व्यवस्थाओं को पुख्ता बताते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रश्न-पत्र खुला मिलने जैसी अफवाहें फैलाने वाले अपने निहित स्वार्थों के कारण ऐसा करते हैं। इस दौरान आयोग के अधिकारियों ने प्रश्न-पत्रों को सुरक्षित परीक्षा केंद्र पहुंचाने वाले मेटल बॉक्स और 7 लेयर सुरक्षा प्रणाली का प्रदर्शन भी किया।

आयोग अध्यक्ष यूआर साहू ने बताया कि वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा 2024 के दौरान जोधपुर में रविवार को एक अभ्यर्थी ने प्रश्न-पत्र का पैकेट खुला होने की अफवाह परीक्षा कक्ष में फैलाई थी। इस संबंध में परीक्षा समन्वयक एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट जोधपुर से तथ्यात्मक रिपोर्ट प्राप्त हुई। इसमें यह सामने आया कि अफवाह फैलाने वाला अभ्यर्थी तहसील-गुढ़ामलानी जिला बाड़मेर का निवासी है। अभ्यर्थी को पूरी आस्तीन की शर्ट पहनने के कारण ड्रेस कोड नियमों के तहत रोका गया था। इसी बात से नाराज होकर उसने यह झूठा प्रचार किया था।

जबकि वास्तविकता यह थी कि प्रश्न-पत्र का पैकेट स्वयं शिकायतकर्ता अभ्यर्थी सहित दो अन्य परीक्षार्थियों के सामने हस्ताक्षर करवाने के बाद ही खोला गया था। अफवाह फैलाने वाले इस अभ्यर्थी को आयोग ने व्यक्तिगत सुनवाई के लिए उपस्थित होने का नोटिस जारी किया है। इससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि अभ्यर्थी की ओर से किस उद्देश्य से इस प्रकार की अफवाह को फैलाया गया था। आयोग अध्यक्ष ने बताया कि इस समस्त प्रक्रिया का चरणबद्ध कार्यवाही विवरण निर्धारित प्रपत्र में दर्ज किया जाता है।

इसी दौरान यदि किसी भी प्रकार की कोई विसंगति पाई जाती है तो वीडियोग्राफी एवं कार्यवाही विवरण में अंकित करते हुए संबंधित जिले द्वारा आयोग को परीक्षा प्रारंभ होने से पूर्व ही सूचित किया जाता है। इस प्रकार वर्ष 2023 से आयोग की व्यवस्था एवं प्रक्रिया इतनी पुख्ता है कि प्रश्न-पत्र के प्रकटीकरण की संभावना नगण्य है, क्योंकि ऐसी किसी भी स्थिति में रिवर्स ऑडिट करते हुए चूक करने वाले की पहचान की जा सकती है।

परीक्षा केन्द्राधीक्षक के कक्ष में परीक्षा प्रारंभ होने से तुरंत पूर्व बॉक्स खोलते समय दो परीक्षार्थियों सहित केंद्राधीक्षक, सहायक केंद्राधीक्षक, दो पर्यवेक्षक, दो राजकीय अभिजागर और वीडियोग्राफर इस प्रकार कुल 9 व्यक्ति मौजूद रहते हैं। यह जाहिर है कि प्रश्न-पत्र पूरी तरह से सुरक्षित और सही ढंग से पैक होकर प्राप्त हुए हैं, जिसके बाद ही उनका वितरण किया जाता है।

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