करवा चौथ पर बाजार में चहल-पहल, लेकिन फसल नुकसान का असर

Tina Chouhan

सुल्तानपुर। करवा चौथ पर्व पर शुक्रवार को नगर के बाजारों में जबरदस्त चहल-पहल देखने को मिली। महिलाओं की भीड़ से बाजार गुलजार रहे। पिछले कुछ दिनों से सुस्त पड़ी बाजार की रौनक लौट आई। बर्तन, सोने-चांदी, कपड़ों और परचूनी की दुकानों पर ग्राहकों की आवाजाही बनी रही। लेकिन इस बार पर्व पर अतिवृष्टि का भी साया रहा। जिससे क्षेत्र में मात्र डेढ़ करोड़ का ही कारोबार हो सका। जानकारी के अनुसार दीपावली सहित अन्य त्योहार नजदीक आने से बाजारों में विभिन्न वस्तुओं की नई वैरायटी और डिजाइन भी देखने को मिली।

हालांकि अतिवृष्टि के कारण सोयाबीन की फसल चौपट होने और किसानों को हुए नुकसान का असर व्यापार पर भी दिखाई दिया। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार करवा चौथ पर खरीदारी में कमी देखी गई। व्यापारिक अनुमानों के अनुसार, करवा चौथ पर्व पर नगर में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का कुल कारोबार हुआ। इसमें टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाहनों की बिक्री से लगभग 85 लाख रुपए का व्यापार हुआ। टू-व्हीलर विक्रेता अक्षयनामा ने बताया कि नवरात्रों के बाद से ही वाहनों की बुकिंग चल रही थी और करवा चौथ के दिन करीब 70 टू-व्हीलर की बिक्री हुई।

जिससे लगभग 50 लाख रुपए का कारोबार हुआ। फोर-व्हीलर सेल्स एक्जीक्यूटिव श्याम दाधिच के अनुसार, करवा चौथ पर लगभग 35 लाख रुपए के चारपहिया वाहन बिके। महिलाओं ने खरीदी लाल साड़ी व चुनरी कपड़ा व्यापारियों को भी अच्छा कारोबार मिला। महिलाओं द्वारा लाल साड़ियों और चुनरियों की खरीदारी अधिक की गई। जिससे कपड़ा बाजार में करीब 20 लाख रुपए का व्यापार हुआ। कपड़ा व्यापारी सुरेश खंडेलवाल, अजहरुद्दीन खान और रामस्वरूप नाम ने बताया कि लाल रंग की साड़ियां सुहाग का प्रतीक होने के कारण सबसे अधिक बिकती हैं।

सोने व चांदी की नहीं हुई अपेक्षानुरूप बिक्री सोने-चांदी के व्यापारियों को इस बार उम्मीद के अनुरूप बिक्री नहीं मिली। फसल खराब होने और सोने-चांदी के दामों में बढ़ोतरी के चलते खरीदार कम नजर आए। व्यापारी दिनेश अग्रवाल, विकास खंडेलवाल, पवन अग्रवाल और जाकिर सुनार ने बताया कि महिलाओं की रुचि गहनों की खरीद में तो रही, परंतु ऊंचे दामों के कारण बिक्री कमजोर रही।

रेडीमेड व बर्तन की बिक्री ने संभाला बाजार रेडीमेड वस्त्र, जूते-चप्पल और बर्तन व्यापारियों ने भी करवा चौथ पर करीब 15 लाख रुपए का व्यापार किया, जबकि किराना व्यापारियों का कारोबार 25 से 30 लाख रुपए के बीच रहा। कुल मिलाकर अतिवृष्टि के कारण फसल नुकसान से बाजार की रफ्तार भले धीमी रही हो, लेकिन करवा चौथ पर्व ने नगर में एक बार फिर से रौनक लौटा दी।

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