कोटा के वार्ड 34 में सफाई की स्थिति गंभीर

Tina Chouhan

कोटा। नगर निगम दक्षिण के वार्ड 34 में पार्षद द्वारा समय-समय पर विकास कार्य जरूर करवाए गए हैं, लेकिन वार्ड के आधे हिस्से में ही सफाई हो रही है। कचरा गाड़ियां आकर कचरा उठाती हैं और सफाई करती हैं, वहीं वार्ड की अनंतपुरा कच्ची बस्तियों की हालत अब भी बदतर बनी हुई है। सुभाष विहार में रहने वाले दीपक और जितेंद्र कुमार ने बताया कि उनके क्षेत्र में प्रतिदिन सफाई होती है और कचरा गाड़ी भी आती है। लेकिन सुभाष विहार के प्रवेश द्वार पर स्थित नाला राहगीरों और निवासियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।

नाले की रेलिंग एक तरफ टूटी हुई है, और लोग इसमें कचरा डालते हैं जिससे बदबू फैलती है। बारिश के समय इस नाले से जलीय जंतु भी घरों तक पहुंच जाते हैं, जिससे डर और असुरक्षा का माहौल बना रहता है। वार्ड निवासी मोईन ने कहा कि बच्चों के खेलने के लिए पार्क नहीं है। वहीं कच्ची बस्ती के श्यामलाल और दिनेश कुमार ने बताया कि उनके इलाके में न तो कचरा गाड़ी आती है और न ही कोई सफाई होती है।

साथ ही पानी की लाइन नहीं होने के कारण पेयजल के लिए उन्हें दूर से पानी लाना पड़ता है। सुभाष विहार में नालियों की गहराई कम है। सुभाष विहार में रहने वाली रजिया, सुल्ताना और अशोक कुमार ने बताया कि हमारी तरफ कचरा गाड़ी आती है और सफाई भी होती है, पर नालियों की कम गहराई होने व कुछ क्षेत्र में आधी-अधूरी नालियां बनी हुई हैं। जिससे नालियों का पानी मकानों के आसपास ही जमा रहता है, जो निवासियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। वार्ड की अनंतपुरा कच्ची बस्ती दुर्दशा का शिकार है।

बस्ती में रहने वाले राजेंद्र कुमार व सीता बाई सहित अन्य ने बताया कि हमारी तरफ न तो कचरा गाड़ी आती है, न ही साफ-सफाई होती है। साथ ही पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है, क्योंकि यहां पानी की लाइन नहीं होने के कारण निजी ट्यूबवेल वालों के यहां से पानी लाना पड़ता है। वहीं कच्ची बस्ती में लोगों द्वारा प्लॉट की नींव भरने के बाद उन्हें खाली छोड़ दिया गया है, जो आसपास रहने वालों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं।

वार्ड का क्षेत्र संपूर्ण तालाब गांव, संपूर्ण सुभाष विहार, सुभाष विहार के पास अनंतपुरा कच्ची बस्ती इत्यादि है। सुभाष विहार में नालियों की गहराई कम होने व आधे-अधूरे क्षेत्र में नालियां नहीं होने के कारण नालियों का पानी सड़क के ऊपर बहता है, जिससे परेशानी का सामना करना पड़ता है। -मेहरूनिशा ने कहा कि हमारी तरफ कचरा गाड़ी प्रतिदिन नहीं आने के कारण कचरा इधर-उधर फेंकना पड़ता है। साथ ही रात में आवारा कुत्ते बाइक सवारों को परेशान करते हैं।

-सीयाराम ने बताया कि कच्ची बस्ती में न तो सफाई होती है और न ही कचरा गाड़ी आती है, जिससे लोगों को मजबूरन घरों के सामने खुद ही सफाई करनी पड़ती है। – मांगीलाल ने कहा कि अनंतपुरा कच्ची बस्ती में पानी की लाइन नहीं होने के कारण पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। निजी ट्यूबवेल वालों के यहां से पानी लाना पड़ता है। – श्याम कुमार ने बताया कि हमारी तरफ न तो कचरा गाड़ी आती है और न ही सफाई होती है। पानी की लाइन नहीं होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है।

अभी भी साइकिल से पानी लाना पड़ता है। – राजेंद्र कुमार ने कहा कि वार्ड पार्षद से बात करने के लिए उन्हें कॉल किया, पर न ही तो कॉल रिसीव किया और न ही रिप्लाई दिया। – आसमा खान, वार्ड पार्षद।

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