कोटा के वार्ड 42 में सामुदायिक भवन और सड़कों की समस्या

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कोटा। नगर निगम दक्षिण के वार्ड 42 में बारिश के कारण सड़कों में गड्डे बन गए हैं और सड़कें उखड़ गई हैं, जिससे आवागमन में कठिनाई हो रही है। वार्डवासी तेज सिंह और भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हाल की बारिश से मलबा चारों ओर बिखरा हुआ है। गड्डों और क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण राहगीरों और वाहन चालकों को गिरने का डर बना रहता है। नालियों पर किए गए ढकान पर भी बारिश का पानी जमा हो गया है, जिससे बीमारियों का खतरा है। वार्डवासियों ने बताया कि कचरा गाड़ी प्रतिदिन आती है और सफाई भी नियमित होती है।

हाल ही में सीवरेज लाइन डाली गई थी, लेकिन चैंबर ऊबड़-खबड़ हो गए हैं, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है और रात में दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। राजपूत कॉलोनी में एक खाली प्लांट पर कचरा डाला जा रहा है, जिससे आस-पास के लोगों को बदबू का सामना करना पड़ रहा है। ऊंचे डिवाइडर बाइक सवारों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। नई सड़क का निर्माण हुआ, लेकिन मरम्मत अभी तक नहीं हुई है। सीवरेज चैंबर के ऊंचे-नीचे होने से राहगीरों को कठिनाई हो रही है।

बच्चों के खेलने के लिए कोई पार्क नहीं है, जिससे उन्हें अन्य वार्डों में जाना पड़ता है। सामुदायिक भवन की कमी के कारण मांगलिक कार्यों के लिए अन्य स्थानों पर जाना पड़ता है। बारिश से सड़कों की स्थिति खराब हो गई है, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। गड्डों में बारिश का पानी भरने से रात में बाइक सवारों को दिखाई नहीं देता, जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं।

पार्षद ने बताया कि उनके कार्यकाल में पुरानी पानी की लाइन को हटाकर नई लाइन डलवाई गई है, नहर के आसपास रोड लाइट लगाई गई है, और स्कूल में बालिकाओं के लिए कॉम्पलेक्स का निर्माण हुआ है। वार्ड का क्षेत्र राजपूत कॉलोनी, गर्ल्स स्कूल के पीछे, वीर हनुमान मंदिर, गोले वाली मस्जिद, और शिव आश्रम शामिल हैं। वार्ड में कचरा संग्रहण गाड़ी नियमित आती है, लेकिन कभी-कभी रोड लाइट बंद हो जाती हैं। कुछ कॉलोनियों में नियमित सफाई नहीं हो रही है।

पिछली सरकार द्वारा स्वीकृत बजट लेप्स हो गया है, और विकास कार्यों के लिए धरना-प्रदर्शन भी किया गया है।

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