कोटा के वार्ड 11 में स्थानीय समस्याओं का सामना कर रहे निवासी

कोटा। शहर के उत्तर कोटा वार्ड 11 समस्याओं का झाला बना हुआ है। वार्डवासियों के अनुसार गांधी कॉलोनी में अधिकतर नाले खुले पड़े हैं। नालियों में पानी की निकासी सही नहीं होने पर ओवरफ्लो हो जाती है, जिससे सड़कों पर जलभराव हो जाता है। वार्ड की गली नं. तीन में बारिश के दिनों में पीछे की तरफ बने नाले के पानी से जलभराव की समस्या हो जाती है। वहां के निवासियों को रोजमर्रा की वस्तुएं लेने के लिए भी पानी में से होकर गुजरना पड़ता है। बारिश के दिनों में तो पानी घरों में घुस जाता है।

वार्ड की गली नं. 7 में बड़ा गड्डा होने के कारण रात्रि में हादसे होते रहते हैं। राहगीर व वाहनचालकों को चोटिल होने का खतरा बना रहता है। सड़कों पर बने डिवाइडर ज्यादातर ऊंचे होने के कारण बाइक सवार व चौपहिया वाहनों को काफी दिक्कत होती है। वार्ड की कॉलोनियों में पार्क की भी व्यवस्था नहीं है और ना ही सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रम के लिए सामुदायिक भवन बना हुआ है। वार्ड एरिया में मण्डीपाडा, चित्रेष नगर, महात्मा गांधी कॉलोनी, खारी बावडी, सुमन नगर, पार्वती पुरम, शिवालय विहार, श्रीजी विहार, रेल विहार कॉलोनी, कृषि फार्म का क्षेत्र शामिल है।

वार्ड की शाहीना खान ने बताया कि बारिश के दिनों में घर के बाहर सड़क पर तीन से चार फीट पानी भरने से रोजमर्रा के कार्य बाधित हो जाते हैं। इस बारे में जनप्रतिनिधियों को कई बार अवगत करवाया लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। घर के पास बह रहा नाला में इतनी गंदगी रहती है कि कई बार ओवरफ्लो होकर पानी सड़कों पर इकट्ठा हो जाता है। वहीं गली की ढलान भी नीचे की तरह होने से पानी घरों के अंदर घुस जाता है। इस वजह से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है।

स्थानीय निवासी अख्तर हुसैन ने बताया कि वार्ड में बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी नहीं हैं। धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों के लिए सामुदायिक भवन भी नहीं है। बच्चों को खेलने के लिए अन्य वार्ड में बने पार्कों में जाना पड़ता है। वार्ड में नाले खुले पड़े हैं तथा मवेशियों का घिरने का डर बना रहता है। कॉलोनी की गली नं. 3 के निवासी मोहम्मद निसार व रामप्रताप ने बताया कि यहां हर वक्त नालियां अवरुद्ध रहती हैं। नालियों में पानी की निकासी व्यवस्था सही नहीं होने से पानी घरों के बाहर सड़क पर फैल जाता है।

गंदे पानी से आए दिन दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। पार्षद भी 5 नं. गली में ही रहते हैं लेकिन वो कभी 3 नं. गली में झांकते तक नहीं हैं। बारिश के दिनों में हालत और ज्यादा खराब हो जाती है। सड़कों पर जलभराव होने से रूटिन काम भी प्रभावित हो जाते हैं। कॉलोनीवासी आकाश वर्मा ने बताया कि यहां वर्षों पुराना मंदिर बना हुआ है। मंदिर की सार-संभाल नहीं होने से अव्यवस्थाओं का शिकार हो रखा है। मंदिर में दर्शन करने के बाद परिक्रमा तक नहीं लगा सकते हैं। परिक्रमा वाले परिसर में जंगली झाड़ियां उगी हुई हैं।

मंदिर में बनी सीढिंयों पर बड़ी-बड़ी बेलों का झाल फैला हुआ है। मंदिर के सामने पड़े खाली प्लॉट कचरा प्वांइट बना हुआ है। इनका कहना है कि हमारे वार्ड में कोई समस्या नहीं है। हमारे वार्ड में नालियों की बढ़िया सफाई होती है। वार्ड को लेकर स्थानीय निवासियों को कोई शिकायत नहीं है। -रचना शर्मा, वार्ड पार्षद 11

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