कोटा के उत्तर क्षेत्र के वार्ड नंबर 16 की स्थिति मिली-जुली है। यहां सामुदायिक भवन और पार्क जैसे विकास कार्य हुए हैं, लेकिन गंदगी, नालियों की सफाई और सड़कों की खराब स्थिति ने लोगों की समस्याएं बढ़ा दी हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई गलियों में नालियों की सफाई लंबे समय से नहीं हुई है, जिससे गंदगी और बदबू फैल रही है। बारिश के दौरान स्थिति और खराब हो जाती है, कई जगह नालियों का पानी सड़कों पर बहता है, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को कठिनाई होती है।
पार्षद का कहना है कि वार्ड में लगभग 3 करोड़ रुपए के विकास कार्य हुए हैं, जिनमें सामुदायिक भवन, पार्क और कुछ सड़कों का निर्माण शामिल है। उन्होंने बताया कि कई वर्षों से रुके काम पूरे किए गए हैं और आगे भी शेष कार्य प्राथमिकता से किए जाएंगे। वार्ड में चाय वाला चंदू, जैन पान भण्डार, प्रेमनगर तृतीय आंशिक, आरएसईबी, संतोष अग्रवाल कम्पनी, देव पब्लिक स्कूल के पीछे, श्रीराम नगर कच्ची बस्ती, कहारों की बस्ती और श्रीराम नगर कॉलोनी का क्षेत्र शामिल है।
सड़कों की हालत चिंताजनक है, जगह-जगह गड्ढे और ऊंचे-नीचे चैंबर हैं, जिससे लोगों को रोजाना परेशानी होती है। खासकर शिवराज नगर और आसपास के क्षेत्रों में सड़कों का लेवल असमान होने से वाहन चालकों को झटके लगते हैं। स्थानीय निवासियों ने नगर निगम प्रशासन से इन सड़कों की मरम्मत की मांग की है। सफाई व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है, नियमित नालियों की सफाई और सड़कों की मरम्मत वार्ड की प्रमुख मांग है। उम्मीद है कि प्रशासन और पार्षद मिलकर इन समस्याओं का समाधान करेंगे, ताकि वार्ड 16 को विकसित वार्डों में शामिल किया जा सके।
अधिकारियों द्वारा सफाई कर्मचारियों की कमी के कारण सफाई व्यवस्था सुचारू नहीं हो पा रही है, जबकि विकास कार्य भी करवाए गए हैं।