पटना। चिराग पासवान विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एनडीए में एक बड़ी हलचल पैदा कर रहे हैं। वे 43 से 137 सीटों की मांग कर एनडीए नेतृत्व के सामने बड़ा संकट खड़ा कर रहे हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। पार्टियों में सीट बंटवारे को लेकर हलचल है। हर दल ज्यादा से ज्यादा सीटें पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। एनडीए के बीच सीट शेयरिंग फाइनल होने की चर्चा के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने फिर बड़ा दावा किया है। पार्टी ने 43 से लेकर 137 सीटों तक के लिए अपनी दावेदारी जताई है।
एनडीए के लिए इस बार चिराग को मनाना आसान नहीं लग रहा। चिराग पासवान के नेतृत्व वाली एलजेपी (रामविलास) के बिहार प्रभारी और सांसद अरुण भारती ने सीटों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हम सम्मानजनक सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और मेरी राय है कि 43 से 137 सीटों के बीच में ही सीटें सम्मानजनक होंगी। हालांकि उन्होंने इसे अपनी व्यक्तिगत राय भी बताया। बीस सीटों पर तो कभी नहीं मानेंगे चिराग।
अरुण भारती ने अपनी इस मांग के समर्थन में दलील दी कि 2015 में हम 43 सीटों पर चुनाव लड़े थे और 2020 में 137 सीटों पर मैदान में उतरे थे। ऐसे में इन दोनों के बीच की सीटें ही हमारे लिए सम्मानजनक होंगी। भारती ने उन खबरों का खंडन भी किया, जिसमें एनडीए के सीट शेयरिंग फॉर्मूले में एलजेपी को 20 सीटें मिलने की बात कही जा रही है। अरुण भारती ने कहा कि यह पहली बार होगा, जब हमारी पार्टी जदयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। फिलहाल सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
गठबंधन के बड़े दलों की जिम्मेदारी है कि वे सबको सम्मान देकर साथ में चलें। उन्होंने दावा किया कि फिलहाल सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। भारती का कहना है कि ये चुनाव बिहार में अगले डेढ़-दो दशक की राजनीति को तय करेगा। अगले डेढ़-दो दशक तक बिहार का नेता कौन होगा, यह इस चुनाव से तय होगा। हम बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट के विजन को लोगों तक ले जा रहे हैं। इसी के तहत चिराग पासवान 4 सितम्बर को मुजफ्फरपुर में नव संकल्प महासभा में 9 जिले के लोगों को संबोधित करेंगे।
इस चुनाव में लोकजनशक्ति पार्टी(रामविलास) चिराग को बिहार का सबसे महत्वपूर्ण नेता के रूप में स्थापित करना चाहती है। ताकि बाद में उन्हें कई वर्षों तक मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया जा सके। एलजेपी भले ही एनडीए के सीट बंटवारे में 20 सीटें मिलने की खबरों को गलत बता रही हो, लेकिन विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि सीटों का फैसला लगभग हो गया है। फॉर्मूले के तहत जदयू 102, भाजपा 101, लोजपा 20, उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा 10, जीतन राम मांझी की हम 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
