नागौर। जोधियासी में महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने को लेकर धरना दे रहे एक पक्ष के लोगों को मौके से हटाने के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस ने बिना अनुमति के मूर्ति लगाने को लेकर धरना दे रहे लोगों को जबरन खदेड़ा, जिससे टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। एक पक्ष के लोगों ने गलियों में जाकर पुलिस पर पत्थर फेंके। इसके जवाब में पुलिस ने भी कार्रवाई की। मौके पर 9 थानों की पुलिस और आरएसी के जवान तैनात होने के बाद स्थिति नियंत्रण में आई।
मूर्ति के समर्थन में बैठे लोगों ने प्रशासन से मूर्ति की सुरक्षा की गारंटी लेकर धरना समाप्त कर दिया। प्रशासन ने 15 दिन के भीतर मामला सुलझाने का आश्वासन दिया है। इससे पहले बीती रात सार्वजनिक स्थल पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। मंगलवार सुबह मामले की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में दोनों पक्षों के लोग मौके पर जमा हो गए और एक दूसरे पर पत्थर फेंककर नारेबाजी की। मौके पर मौजूद पुलिस और आरएसी जवानों ने पत्थरबाजी कर रहे दोनों पक्षों को खदेड़ा।
जोधियासी गांव के बस स्टैंड चौराहे पर सरकारी अस्पताल के सामने बीती रात कुछ लोगों द्वारा महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाए जाने की सूचना मिली। इस पर जोधियासी, हिंगोनिया, तितरी, माण्डेली गांव के ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और मूर्ति लगाने का विरोध किया। एक पक्ष के एकत्रित होने पर दूसरे पक्ष के लोग भी बड़ी संख्या में जमा हो गए। पुलिस मौके पर पहुंची और समझाईश दी, लेकिन दोनों पक्षों के बीच तनाव बना रहा।
एक पक्ष का कहना है कि उन्हें महापुरुष की मूर्ति लगाने से कोई नाराजगी नहीं है, वे चाहते हैं कि इसे सार्वजनिक स्थल की जगह गांव में किसी अन्य स्थान पर लगाया जाए। वहीं दूसरे पक्ष का दावा है कि ग्राम सभा ने यहां मूर्ति लगाने का प्रस्ताव पास कर दिया है, इसी कारण मूर्ति लगाई गई है।

