एकादशी और अमावस्या जैसे तिथियों का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। आज मार्गशीर्ष मास की अमावस्या है, जिसे अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन स्नान, दान, धार्मिक अनुष्ठान और पितृ कार्य करना शुभ माना जाता है। इस दिन किए गए धार्मिक अनुष्ठान व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि लाते हैं। पंचांग के अनुसार, मार्ग विशेष अमावस्या 19 नवंबर को सुबह 9:43 पर शुरू हुई और इसका समापन 20 नवंबर की दोपहर 12:16 पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, इसे आज यानी गुरुवार को मनाया जाएगा। आइए, हम आपको कुछ विशेष उपाय बताते हैं।
अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। यदि आप नदी नहीं जा सकते, तो घर के स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इससे मन और तन पवित्र होते हैं और पापों का क्षय होता है। मार्गशीर्ष अमावस्या पर किया गया दान कई गुना फल देता है। इस दिन आप भोजन, तिल, गुड़, कपड़ा या अनाज का दान कर सकते हैं। दान करने से जीवन की परेशानियां दूर होने लगती हैं और रुके हुए काम पूरे हो जाते हैं। अमावस्या पितरों को समर्पित तिथि है, इस दिन उन्हें याद कर उनका आशीर्वाद लिया जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गाय, कुत्ते और कौवे को भोजन कराना भी शुभ है। इससे पितरों को तृप्ति मिलती है और उनकी कृपा बनी रहती है। इस महीने को भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है। अमावस्या के दिन विष्णु सहस्त्रनाम या ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप फलदाई होता है। देवी लक्ष्मी की आराधना करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है। इस तिथि पर पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से पारिवारिक संकटों का नाश होता है और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है।
लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह उपाय शुभ है। अमावस्या के दिन घर की सफाई करें और धूप दीप प्रज्वलित करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है। यह उपाय पारिवारिक वातावरण को शांत और सुखद बनाता है।

