उत्तर प्रदेश में 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पूरी तरह सक्रिय हो गई हैं। अक्टूबर महीने में उन्होंने लगातार चार बैठकों की योजना बनाई है, जिसमें से तीन बैठकें पहले ही हो चुकी हैं। मायावती पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रही हैं और आगामी चुनाव में हर कदम सोच-समझकर रखने की रणनीति पर काम कर रही हैं। 29 अक्टूबर को स्पेशल बैठक में 82 पदाधिकारी शामिल होंगे, जिसमें हर मंडल से 4-5 प्रमुख पदाधिकारी बुलाए गए हैं।
बसपा ने इस बार 2027 में विधानसभा की 226 सीट जीतने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए पार्टी ने हर मंडल में विशेष कमिटी बनाई है। इन कमिटी में मुस्लिम नेताओं के साथ अनुसूचित जाति के प्रमुख और पदाधिकारी भी शामिल हैं। पार्टी का उद्देश्य बूथ स्तर तक मुस्लिम और पिछड़े वर्गों को जोड़कर संगठन को मजबूत करना है। सेक्टर बूथ से लेकर मंडल और जिलों तक रणनीति लागू करने के लिए बैठकें और योजना बन रही हैं। अक्टूबर में लगातार चार बैठकें कांशीराम परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ में महारैली के बाद मायावती सक्रिय हो गई हैं।
अक्टूबर महीने में आयोजित बैठकों में पार्टी नेतृत्व को मजबूत करने और बूथ स्तर तक चुनावी जमीन तैयार करने की रणनीति तैयार की गई। 29 अक्टूबर को होने वाली चौथी बैठक में भी सभी मंडलों के पदाधिकारी शामिल होंगे। नवंबर महीने की शुरुआत में भी मायावती बैठक करेंगी, ताकि आगामी पंचायत और विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी सुनिश्चित हो सके। मायावती इस बार बामसेफ को फिर से सक्रिय कर रही हैं। पिछले करीब 10 साल से बामसेफ निष्क्रिय था, लेकिन अब उसे चुनावी तैयारी में जोड़ने की रणनीति बनाई जा रही है।
मायावती रैलियों और बैठकों के जरिए अपने वादों और संगठन को चुनाव में परिणाम में बदलने की तैयारी कर रही हैं। बूथ स्तर से लेकर मंडल और जिलों तक इस बार बसपा पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाली है।

