जयपुर। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बाघिन रानी के पांचों शावक दिनभर कराल एरिया में अटखेलियां करते रहते हैं। इनमें दो नर और तीन मादा शावक बताए जा रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यहां पहली बार किसी बाघिन ने एक साथ पांच शावकों को जन्म दिया है। यह अच्छी बात है, लेकिन इस बीच सामने आया है कि शावकों के पांच माह के होने के बावजूद वन विभाग इनका नामकरण नहीं कर पाया है।
वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहले संभावना जताई जा रही थी कि इंटरनेशनल टाइगर डे पर ऐसा हो सकता है। इस बीच चर्चा चली कि वन्यजीव सप्ताह में इन नन्हें शावकों का नामकरण हो सकता है। सूत्रों के अनुसार इसके लिए बकायदा कुछ नाम लिखकर चयन के लिए उच्च अधिकारियों तक भी भेजे गए, लेकिन पूरा सप्ताह गुजर गया, परंतु नामकरण नहीं हो पाया। ऐसे में कई वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि बाघिन रानी के शावकों के नामकरण के लिए अब तक कोई शुभ मुहूर्त नहीं निकल सका है।
