नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाला फेंक खिलाड़ी और 2 बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा को बुधवार को प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद पद का प्रतीक चिन्ह औपचारिक रूप से प्रदान किया। सिंह ने यहां एक विशेष समारोह में लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) नीरज चोपड़ा को यह प्रतीक चिन्ह प्रदान किया। रक्षा मंत्री ने उनके परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए ले. कर्नल को दृढ़ता, देशभक्ति और उत्कृष्टता की भारतीय भावना का आदर्श उदाहरण बताया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) नीरज चोपड़ा अनुशासन, समर्पण और राष्ट्रीय गौरव के सर्वोच्च आदर्शों के प्रतीक हैं और वह खेल जगत तथा सशस्त्र बलों दोनों के लिए आने वाली पीढ़ियों के प्रेरणास्रोत हैं। इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी तथा सेना और प्रादेशिक सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। वर्ष 2016 में सेना में भर्ती हुए लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) नीरज चोपड़ा ने सेना की राजपूताना राइफल्स में सेवा की है।
हरियाणा के पानीपत जिले के खंडरा गांव के नीरज चोपड़ा ने अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों से राष्ट्र और सशस्त्र बलों का गौरव बढ़ाया है। स्टार भाला फेंक खिलाड़ी ने 2020 के टोक्यो ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर पहले भारतीय एथलीट के रूप में इतिहास रचा था। उन्होंने 2024 के पेरिस ओलंपिक में रजत पदक और 2023 की विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखा। इसके अलावा उन्होंने एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और डायमंड लीग स्पर्धाओं में भी कई स्वर्ण पदक जीते हैं।
उनका 90.23 मीटर (2025) का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो भारतीय खेल इतिहास में एक बहुत बड़ी उपलब्धि के रूप में दर्ज है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) नीरज चोपड़ा की उत्कृष्ट उपलब्धियों और राष्ट्र के लिए अनुकरणीय सेवा को मान्यता देते हुए उन्हें इस वर्ष प्रादेशिक सेना में मानद कमीशन प्रदान किया था। इससे पहले उन्हें पद्मश्री, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, परम विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है।