शिलांग। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने अल-कायदा गुजरात आतंकी साजिश मामले में राष्ट्रव्यापी आतंकवाद-रोधी अभियान के तहत मेघालय के दक्षिण गारो हिल्स जिले में छापेमारी की। एनआईए की टीमों ने मेघालय के अलावा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, हरियाणा और गुजरात में कई संदिग्धों और उनके सहयोगियों से जुड़े ठिकानों की तलाशी ली। इस अभियान के दौरान डिजिटल उपकरण और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए, जिन्हें फोरेंसिक जाँच के लिए भेजा जा रहा है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया- एनआईए के अधिकारियों ने अपने राष्ट्रव्यापी आतंकवाद-रोधी अभियान के तहत दक्षिण गारो हिल्स के बाघमारा, महेशखोला, रोंगरा और महादेव इलाकों का दौरा किया।
इसमें अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। एनआईए ने अल-कायदा गुजरात आतंकवाद मामले को जून 2023 में गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम, भारतीय दंड संहिता और विदेशी अधिनियम के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया था। अब तक की जाँच से पता चला है कि मोहम्मद सोजिबमियाँ, मुन्ना खालिद अंसारी उर्फ मुन्ना खान, अजरुल इस्लाम उर्फ जहाँगीर उर्फ आकाश खान और अब्दुल लतीफ उर्फ मोमिनुल अंसारी के रूप में पहचाने गए चार बंगलादेशी नागरिक जाली पहचान दस्तावेजों का उपयोग करके अवैध रूप से भारत में घुस आए थे।
आरोपी बंगलादेश में अल-कायदा के गुर्गों के लिए धन इकठ्ठा करने और उन्हें हस्तांतरित करने और मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में शामिल थे। उल्लेखनीय है कि मेघालय का जिला साउथ गारो हिल्स, बंगलादेशी के मेमनसिंह संभाग के साथ सीमा साझा करता है। एनआईए ने 10 नवंबर, 2023 को अहमदाबाद स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पाँच आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था। इस बीच, सीमा सुरक्षा बल ने बंगलादेश और मेघालय के सीमा पर गश्त तेज कर दी है। मेघालय सीमांत के बीएसएफ महानिरीक्षक ओ.पी. उपाध्याय ने बताया- हमने मेघालय में भारत-बंगलादेश सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है।
हमने सीमा इकाइयों के अपने कमांडरों को कड़ी निगरानी बनाए रखने और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अवैध आवाजाही को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू करने को कहा है।

