नीतीश कुमार ने आज बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और इस तरह वे राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने हैं। पटना के गांधी मैदान में राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें शपथ दिलाई। उनके साथ 26 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिनमें भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा उपमुख्यमंत्री बने हैं। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। इस अवसर पर डॉ मोहन यादव ने नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा कि बिहार एक बार फिर सुशासन की राह पर है। नीतीश कुमार ने जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के अनुभवी नेता के रूप में रिकॉर्ड दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित समारोह में राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। अब उनका कुल कार्यकाल लगभग 20 साल का हो चुका है। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा उपमुख्यमंत्री बने हैं। बिहार के नए कैबिनेट में भाजपा के 14, जेडीयू के 8, चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी के 2, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के 1 और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा के 1 मंत्री शामिल हैं।
कैबिनेट में सम्मिलित मंत्रियों के नाम हैं – सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, रामकृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मोहम्मद जमा खान, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र पासवान, श्रेयसी सिंह, प्रमोद कुमार चंद्रवंशी, संजय कुमार पासवान, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश। सीएम मोहन यादव ने नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा कि बिहार एक बार फिर सुशासन की राह पर है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में और पीएम मोदी के मार्गदर्शन में बिहार विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा।

