भारत-पाक रिश्तों में तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं: आतंकवाद एक वैश्विक समस्या

By Sabal SIngh Bhati - Editor

नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों में किसी तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं है। दोनों देश द्विपक्षीय मामलों पर आपस में बातचीत करेंगे। यह बात शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सवालों के जवाब में कही। पाकिस्तान के मुरीके और बहावलपुर में आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने के लिए फिर से ढांचे खड़े करने के सवाल पर जायसवाल ने कहा कि दुनिया अच्छी तरह जानती है कि पाक सरकार, वहां की सेना और आतंकवादी संगठनों का आपस में गठजोड़ है।

भारत का मानना है कि आतंकवाद अब केवल द्विपक्षीय समस्या नहीं रह गई है, बल्कि यह एक वैश्विक संकट बन चुका है। ऐसे में, सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए दुनिया को मिलकर ठोस प्रयास करने होंगे। नेपाल के संदर्भ में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत पड़ोसी देश नेपाल में शांति और स्थिरता की बहाली के लिए हर संभव मदद करेगा। भारत ने नेपाल को अपनी दीर्घकालिक विकास साझेदारी और लोकतांत्रिक स्थिरता के लिए समर्थन देने की प्रतिबद्धता दोहराई है।

यह स्थिरता भारत की उत्तरी सीमाओं की सुरक्षा और सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों के लिए आवश्यक है। हाल ही में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच टेलिफोन पर बातचीत भी हुई है।

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