कोटा। पीएमश्री राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीपुरा के रास्ते से यदि आप गुजर रहे हैं तो वहां मौजूद विद्यार्थी आपको ड्रेस व गले में पहने आईडी कार्ड को देखकर यह लगेगा कि ये किसी प्राइवेट स्कूल के नहीं, बल्कि ये विद्यार्थी सरकारी स्कूल पीएमश्री विद्यालय श्रीपुरा के हैं। प्रिंसिपल आभा शर्मा ने बताया कि मेरी स्कूल में पोस्टिंग सन 2021 में हुई थी, उस समय स्कूल में घास-फूंस उगी हुई थी और कमरों की छत क्षतिग्रस्त हो रही थी, जिससे बच्चों को बारिश के दौरान बैठने में परेशानी का सामना करना पड़ता था।
वहीं कमरों के फर्श जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो रहा था। इसके बाद स्टाफ के प्रयासों से विभिन्न अधिकारियों को स्कूल की स्थिति से अवगत कराया गया। अधिकारियों द्वारा स्कूल का मुआयना किया गया। इसके बाद स्कूल में विभिन्न मदों से कार्य करवाकर स्कूल का कायाकल्प करवाया गया। सन 2020-2023 में सरकार के मापदंडों को पूरा करके स्कूल को पीएम श्री स्कूल घोषित किया गया। विशेष वर्कशॉप का आयोजन स्कूल की प्रिंसिपल शर्मा ने बताया कि विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के लिए महीने में एक बार एक घंटे की वर्कशॉप का आयोजन होता है।
इसमें शहर के विभिन्न डॉक्टर, अर्थशास्त्री, फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी, सर्प विशेषज्ञ और विभिन्न सरकारी पदों पर कार्यरत अधिकारियों सहित कई विशेषज्ञों को बुलाया जाता है। इनमें बच्चों के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें रूबरू करवाया जाता है और उनकी शंकाओं का समाधान किया जाता है। स्कूल में ये हैं आधुनिक सुविधाएं कक्षा एक से बारहवीं तक चलने वाले स्कूल में कॉमर्स, इतिहास और भूगोल विषय हैं। स्कूल में अभी करीब कुल 412 विद्यार्थी हैं। बच्चों के लिए गणित की आधुनिक व सुसज्जित लैब है।
साथ ही बाल वाटिका में बच्चों के लिए विभिन्न खेलकूद के सामान और एलई टीवी है, जिस पर बच्चों को विभिन्न शिक्षाप्रद वीडियो द्वारा टीचर पढ़ाई करवाते हैं। विद्यालय में हर्बल गार्डन स्थित है, जिसमें तुलसी, गिलोय, नीम, चंपा, गुलाब सहित विभिन्न पौधे लगाए हुए हैं। इन पौधों के माध्यम से बच्चों को इनके गुण व उपयोगिता बताई जाती है। स्कूल के व्याख्याता महावीर बघेरवाल ने बताया कि इसके साथ ही स्कूल परिसर में एक बालक वाटिका भी निर्माण किया गया है, जिसमें बच्चों को खेलकूद से संबंधित गतिविधियां करवाई जाती हैं।
साथ ही बच्चों के लिए स्मार्ट क्लासरूम बनाया हुआ है, जिसकी दीवारों पर बच्चों के लिए गिनती, पहाड़े, फल व सब्जियों के नामों की आकृतियां बनाई गई हैं। क्लासरूम में विद्यार्थियों के बैठने के लिए फर्नीचर की अच्छी व्यवस्था है, जिस पर बैठकर बच्चे पढ़ाई करते हैं। अभी यह है स्कूल में अध्यापक पदों की स्थिति : पी.एम.श्री स्कूल श्रीपुरा में अभी 26 पद स्वीकृत हैं, जिनमें 9 पद खाली हैं। इनमें हिंदी अध्यापक के 2, इंग्लिश के 2, उर्दू के 1, कॉमर्स अध्यापक के 3 और प्रैक्टिकल विज्ञान के 1 पद खाली हैं।
साथ ही स्कूल में एक भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत नहीं है। स्कूल की दीवारें देती हैं विभिन्न संदेश पहले स्कूल की दीवारें पूरी तरह से बदरंग थीं। अब स्कूल की दीवारों पर बच्चों के लिए महीनों के नाम अंग्रेजी में, विभिन्न वेजिटेबल व फलों की आकृतियां, राजस्थान का नक्शा, अंक ट्री, सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले फ्रॉड से बचाव के संदेश सहित विभिन्न जागरूक संदेश चित्रित किए गए हैं। इन दीवारों के माध्यम से बच्चों को अलग-अलग रचनात्मक ढंग से समझाया जाता है। स्कूल ज्वाइन करने से पहले स्कूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त अवस्था में था।
उसके बाद स्कूल स्टाफ के प्रयासों से स्कूल का कायाकल्प करवाकर स्थिति में सुधार हुआ। स्कूल परिसर पूरी तरह से सीसीटीवी से लैस है। स्कूल में अभी आरओ व वाटर कूलर लगे हुए हैं।- आभा शर्मा, प्रिंसिपल, पीएमश्री विद्यालय, श्रीपुरा


