जयपुर। पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण राजर्षि राज (IPS) के निर्देशन में साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार दूसरी बड़ी कार्रवाई की गई। साइबर सेल जयपुर दक्षिण, थाना मानसरोवर और थाना शिप्रापथ की संयुक्त कार्रवाई में दो बड़े फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया गया, जो ई-मित्र आईडी और ऑनलाइन फ्रॉड नेटवर्क के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी कर रहे थे। मुख्य बिंदु शिप्रापथ इलाके में ई-मित्र आईडी के नाम पर चल रहे दो फर्जी कॉल सेंटरों का खुलासा, 2 आरोपी गिरफ्तार। मानसरोवर में ऑनलाइन ठगी और किराये के बैंक अकाउंट उपलब्ध कराने वाली गैंग का पर्दाफाश।
गैंग का सरगना हिस्ट्रीशीटर राकेश कुमार उर्फ हनी गिरफ्तार, जिसके खिलाफ पहले से 11 आपराधिक मामले दर्ज। गैंग के सात अन्य सदस्य भी दबोचे गए। आरोपियों से 10 कंप्यूटर, 2 लैपटॉप, 32 मोबाइल सिम कार्ड सहित मोबाइल, 14 अतिरिक्त सिम कार्ड, 30 एटीएम कार्ड, 4 चेकबुक, 2 पासबुक, 3 वाईफाई मॉडेम और 2.35 लाख नकद बरामद किए। आरोपियों के बैंक खातों से जुड़े 25 से अधिक साइबर शिकायतें विभिन्न राज्यों (राजस्थान, झारखंड, यूपी, महाराष्ट्र, एमपी) में दर्ज, अब तक करीब 10 करोड़ रुपये की ठगी का खुलासा। साइबर शील्ड अभियान का हिस्सा।
डीसीपी (दक्षिण) राजर्षि राज ने बताया कि महानिदेशक पुलिस, साइबर क्राइम राजस्थान की पहल पर राज्यभर में “साइबर शील्ड” अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य साइबर अपराधों पर अंकुश लगाना, लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण और आमजन को जागरूक करना है। इस कार्रवाई का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण ललित शर्मा (RPS) एवं सहायक पुलिस आयुक्त मानसरोवर आदित्य काकडे (IPS) के निर्देशन में किया गया। इसमें थाना मानसरोवर, शिप्रापथ, मुहाना और साइबर सेल जयपुर दक्षिण की संयुक्त टीम शामिल रही।

