नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पूरे देश में कांग्रेस को वोट देने वाले मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं और यह काम स्वचलित, केन्द्रीकृत तथा बहुत रणनीतिक रूप से पूरे देश में किया जा रहा है। लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर देश के लोकतंत्र को तबाह करने वाले लोगों को बचाने का आरोप लगाया और कहा कि जब शिकायत की जाती है, तो उसकी कोई सुनवाई नहीं होती।
इससे साफ है कि ज्ञानेश कुमार आरोपियों को बचा रहे हैं और वोट चोरी की कार्रवाई को संरक्षण दे रहे हैं। गांधी ने पार्टी मुख्यालय में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रणनीति के तहत वोट काटे जा रहे हैं और कांग्रेस तथा विपक्षी दलों के मतदाताओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने इस मामले में कर्नाटक के अलंद का उल्लेख किया और बताया कि वहां 6018 वोट काटे गये हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन मतदाताओं के नाम काटे गये हैं, उनको पता ही नहीं है कि उनका नाम मतदाता सूची से कटा है।
मतदाताओं के नाम हटाने का काम बहुत सलीके, व्यवस्थित और केंद्रीकृत तरीके से किया गया है। इस मामले में उन्होंने कुछ मतदाताओं को भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश किया, जिनमें से सूर्यकांत ने बताया कि उन्होंने कोई मत डिलीट ही नहीं किया है, जबकि उनके नाम से 12 मत 14 महज सेकंड में डिलीट किये गये हैं। उन्होंने बताया कि उनका वोट काटा गया है, जिसकी उन्हें जानकारी तक नहीं है। अपना वोट काटे जाने से वह हैरान हैं और जब इस मामले की शिकायत की जाती है, तो उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
गांधी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस को मत देने वाले मतदाताओं को निशाना बनाया गया है। दलित और ओबीसी के मत काटे गये हैं। कांग्रेस के मतदाताओं का नाम जानबूझकर हटाया गया है, जिन लोगों का वोट हटाया गया, उनको इसकी जानकारी नहीं है और यह सारे वोट कर्नाटक के बाहर के मोबाइल नंबर से हुए हैं। गांधी ने कहा कि सवाल है कि इस वोट को कौन और कहां से हटा रहा है। किसने और कैसे ओटीपी जनरेट कर वोट मिटाये हैं। कर्नाटक के अलंद में 6018 से ज्यादा वोट कैसे हटाये गये है।
महज 14 मिनट में 12 वोट को डिलीट किया गया है और जिस व्यक्ति के नाम से यह काम हुआ है उसे इसकी खबर ही नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा की वोट हटाने का यह काम कर्नाटक में नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के राजवाड़ा में भी हुआ है। इसी तरह का काम महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हुआ है। इसमें नाम गलत होते हैं और पता तो होता ही नहीं है।