उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में वर्षा की गतिविधियां कम होंगी

By Sabal SIngh Bhati - Editor

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अक्टूबर से दिसंबर 2025 के मौसम का ताजा पूर्वानुमान जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में दक्षिण भारत में औसत से अधिक वर्षा होने की संभावना है, जबकि उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां कमजोर रह सकती हैं। उत्तर भारत, विशेषकर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में ठंडक तो रहेगी, लेकिन रात का तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है। विशेषज्ञों का कहना है कि महासागरीय परिस्थितियां जैसे ला नीना और नकारात्मक इंडियन ओशन डिपोल इस बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में इस अवधि में सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है। दिन का अधिकतम तापमान सामान्य या सामान्य से कम रह सकता है, जिससे मौसम सुहावना होगा। न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने का अनुमान है, यानी रातें उतनी ठंडी नहीं होंगी जितनी सामान्यतः होती हैं। हिमाचल और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में दिसंबर तक शुरुआती बर्फबारी देखने को मिल सकती है।

दक्षिण भारत में, उत्तर पूर्वी मानसून से लाभ मिलने की संभावना है, जिसमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल, माहे और दक्षिणी कर्नाटक में 112% से अधिक बारिश होने का अनुमान है। यह अवधि दक्षिण भारत के लिए उत्तर-पूर्वी मानसून की मुख्य ऋतु होती है, जिससे फसलों, जलाशयों और भूजल भंडारण को सीधा फायदा होगा। तापमान सामान्य से ऊपर-नीचे हो सकता है लेकिन लगातार बारिश के कारण नमी और उमस बनी रहेगी। पूर्वोत्तर भारत में, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे राज्यों में सामान्य से कम वर्षा हो सकती है।

यहां दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा। पूर्वी भारत में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा में सामान्य वर्षा और अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। मध्य भारत, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है, जिससे रबी सीजन की फसल को लाभ मिलेगा। पश्चिम भारत में, सौराष्ट्र-कच्छ और पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से कम वर्षा हो सकती है। दिन का तापमान सामान्य से ऊपर रह सकता है, जिससे सूखे जैसी स्थिति का असर बढ़ सकता है।

महासागरीय प्रभाव ईएनएसओ (एल नीनो-दक्षिणी दोलन) वर्तमान में न्यूट्रल स्थिति में है, लेकिन अक्टूबर-दिसंबर में ला नीना बनने की संभावना बढ़ रही है। अक्टूबर-दिसंबर 2025 का मौसम भारत में दक्षिण और मध्य भारत के लिए अनुकूल, जबकि उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। उत्तर भारत में ठंड तो होगी लेकिन रातें अपेक्षाकृत गर्म रहेंगी।

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