जयपुर। राजस्थान पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाकर दो अलग-अलग मामलों में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने भारी मात्रा में गांजा और सिंथेटिक ड्रग एमडीएमए जब्त करते हुए कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक भारतीय सेना का जवान भी शामिल है, जो तस्करी में सहयोग कर रहा था।
सरियों से भरे ट्रक में छिपा गांजा: पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देश पर चलाए जा रहे इस अभियान के तहत पुलिस थाना डग की टीम ने एक ट्रक को रोका, जो लोहे के सरियों से भरा था। तस्करों ने पुलिस को चकमा देने के लिए गांजे की खेप को सरियों के नीचे छिपा रखा था। तलाशी के दौरान पुलिस ने ट्रक से 103.600 किलोग्राम गांजा बरामद किया। ट्रक चालक जहीर खान (35) और उसके साथी विनोद शर्मा (28) निवासी झालरापाटन को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
इसी दौरान पुलिस ने गांजे की खेप को एस्कॉर्ट कर रही एक लग्जरी कार को रोका। कार में सवार पीरूलाल मालवीय (34) राजगढ़ मध्य प्रदेश हाल कोतवाली झालावाड़ और अनवर उर्फ अन्नू (29) निवासी झालारापाटन को भी गिरफ्तार किया गया। पीरूलाल मालवीय के पास से भारतीय सेना का आईडी कार्ड बरामद हुआ, जिसका इस्तेमाल वह पुलिस नाकाबंदी से बचने और साथियों को सतर्क करने के लिए करता था। पुलिस अब इस बड़े नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है।
झालावाड़ में सिंथेटिक ड्रग्स का सौदा, 3 आरोपी गिरफ्तार इसी तरह की एक अन्य कार्रवाई में, झालारापाटन पुलिस ने गश्त के दौरान एक बिना नंबर वाली फोर्ड इको स्पोर्ट कार से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। तलाशी में कार से 1.57 ग्राम सिंथेटिक ड्रग एमडीएमए बरामद हुआ। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इमरान उर्फ आशु पाया (26), कालू उर्फ शेख शाहरुख (27) और अजहर (28) निवासी रामगंज मंडी कोटा के रूप में हुई है।
प्रारंभिक पूछताछ में इन आरोपियों ने बताया कि वे परमानंद गुर्जर उर्फ पंडा से 100 ग्राम एमडीएमए खरीदने आए थे और इसके लिए उन्होंने 45,000 रुपये एडवांस दिए थे। पुलिस को देखते ही परमानंद गुर्जर मौके से फरार हो गया। पुलिस अब फरार आरोपी की तलाश कर रही है।