राजस्थान में ईसाई मिशनरी द्वारा धर्मांतरण का मामला

राजस्थान के अलवर गोलेटा की सैयद कॉलोनी में एमआईए थाना पुलिस ने ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित एक छात्रावास पर छापा मारकर शिक्षा के नाम पर धर्मांतरण कराने के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है। आरोप है कि छात्रावास में बच्चों को रखकर पैसों का लालच देकर उनका धर्मांतरण कराया जा रहा है। पुलिस ने मौके से ईसाई धर्म से जुड़े कुछ धार्मिक ग्रंथ और किताबें जब्त की हैं। हिरासत में लिए गए आरोपियों की पहचान गुजरात के अहमदाबाद निवासी अमृत और अलवर जिले के रामगढ़ निवासी सोनू रायसिख के रूप में हुई है।

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर नारेबाजी की और धर्मांतरण में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बच्चों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने के मामले में विहिप के जिला अध्यक्ष डॉ. रामदयाल मीणा और महामंत्री बिजेंद्र खंडेलवाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि गोलेटा में ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित छात्रावास में हिंदू समाज के छोटे-छोटे बच्चों को हिंदू धर्म के खिलाफ भड़काया जा रहा है।

छात्रावास में रहने वाले बच्चों ने बताया कि छात्रावास के फादर हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानते और कहते हैं कि असली भगवान ईसा मसीह हैं। बच्चों ने बताया कि फादर कहते हैं कि हिंदुओं के नकली भगवान हैं। ईसा मसीह की प्रार्थना करने से हमें स्वर्ग और हिंदू देवी-देवताओं का नाम लेने से नर्क मिलता है। बच्चों ने बताया कि फादर एक बाल्टी पानी भरकर देवी-देवताओं की मूर्तियों को पानी में डालते हैं। मूर्ति पानी में डूब जाती है तो कहते हैं कि तुम्हारा भगवान खुद डूब गया है। वह तुम्हें कैसे बचाएगा?

पुलिस को पिछले कई महीनों से गोलेटा गांव में ईसाई मिशनरियों द्वारा संचालित छात्रावास में धर्मांतरण की सूचना मिल रही थी। IB ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस मामले को लेकर सक्रिय हुई। IB ने पुलिस को दी थी सूचना। विहिप के जिला अध्यक्ष डॉ. रामदयाल मीणा और महामंत्री बिजेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि बच्चों ने बताया कि फिर ईसा मसीह के प्रतीक को पानी में डालकर बताते हैं कि यह पानी में नहीं डूब रहा है। इसलिए मसीहा ईसा मसीह हैं। ईसाई धर्म ही सच्चा धर्म है।

थाना प्रभारी ने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच की जा रही है। एमआईए थाना पुलिस ने छात्रावास में छापा मारा। अलवर एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि पुलिस ने छात्रावास में छापा मारकर दो लोगों को हिरासत में लिया। इनमें से एक फादर अमृत है और दूसरा आरोपी सोनू रायसिख केयरटेकर है। ईसाई मिशनरी छात्रावासों का नेटवर्क तमिलनाडु से संचालित होता है। यहां अलवर, दिल्ली और हनुमानगढ़ के बच्चे रहते हैं। पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है।

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