राजसमंद में ‘ये भी बीत जाएगा’ की व्याख्या करते हुए साध्वी सुहृदय दीदी ने कहा कि कुछ भी स्थायी नहीं है, न सुख न दुख, न अच्छा समय न बुरा समय। क्षण भंगूर संसार में सब कुछ बीत जाने वाला है। हर समय साक्षी भाव में रहना चाहिए। मन को वश में करने के लिए…

राजसमंद में ‘ये भी बीत जाएगा’ की व्याख्या करते हुए साध्वी सुहृदय दीदी ने कहा कि कुछ भी स्थायी नहीं है, न सुख न दुख, न अच्छा समय न बुरा समय। क्षण भंगूर संसार में सब कुछ बीत जाने वाला है। हर समय साक्षी भाव में रहना चाहिए। मन को वश में करने के लिए…