जयपुर। गुलाबी नगरी में अहंकार, अन्याय और दंभ के प्रतीक रावण के पुतले का जगह-जगह दहन कर समाज में ‘अन्याय पर न्याय’ की जीत का संदेश दिया गया। शहर के अनेक हिस्सों में शाम ढलने के साथ ही हल्की-हल्की बारिश होने से रावण के पुतले कुछ जगह भीग गए, लेकिन शहरवासियों का उत्साह कम नहीं हुआ। राम ने जैसे ही रावण की नाभि पर अग्नि बाण छोड़ा, उसके साथ ही रावण धू-धू कर जलने लगा और पटाखों की अनुगूंज से वातावरण गुंजायमान हो गया। रावण के दहन के साथ ही ‘जयश्री राम’ के जयघोष के साथ वातावरण गूंज उठा।
आदर्शनगर, विद्याधरनगर, न्यूगेट स्थित रामलीला मैदान, शास्त्री नगर में राष्ट्रपति मैदान, झोटवाड़ा में नांगल जैसा बोहरा, कालवाड़ रोड, प्रतापनगर, सांगानेर सहित शहर में सैकड़ों स्थानों पर रावण के पुतले जलाए गए। लोगों ने परिवार सहित रावण दहन के दृश्य का आनंद लिया। कई स्थानों पर दशहरा मेलों का आयोजन हुआ, जहां खाने-पीने और बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले एवं स्टॉल्स का विशेष प्रबंध किया गया। आदर्शनगर दशहरा मैदान में 105 फीट ऊंचे रावण और 90 फीट ऊंचे कुंभकरण के पुतलों का दहन हुआ। रावण दहन से पूर्व रंगीन आतिशबाजी का नजारा देखने को मिला।
नियाग्रा फॉल्स जैसे झरने, स्टार वार जैसी झलक और आकाश में धूमकेतु, चमकीली अशरफि यां और फू लों की वर्षा ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जैसे ही भगवान श्रीराम के स्वरूप ने रावण की नाभि में अग्निबाण छोड़ा, रावण धू-धू कर जल उठा। बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के जयकारों के बीच दृश्य को अपनी आंखों में कैद कर लिया। इसके बाद राम मंदिर में भगवान श्रीराम का राजतिलक सम्पन्न हुआ। बारिश से रावण दहन में हुई परेशानी : शहर में कई जगह छिटपुट और कुछेक जगह तेज बारिश ने रावण दहन में खलल डाल दिया।
रावण पानी में भीग गए और उसमें रखे पटाखे भी भीगने से रावण को जलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। आदर्श नगर में रावण दहन के दौरान बारिश होने से लोगों ने कुर्सियों को सिर पर रख लिया और जब तक बारिश होती रही, उसका छाते के रूप में इस्तेमाल करते रहे। ऑनलाइन रूपी रावण का दहन : वैशाली नगर व्यापार मंडल समिति की ओर से आम्रपाली सर्किल पर ऑनलाइन रूपी रावण का दहन किया गया। जयपुर व्यापार मंडल अध्यक्ष डॉ.
ललित सांचौरा ने कहा कि आज के समय में व्यापारियों के लिए तथा आम जनता के लिए अगर कोई रावण है तो वे विदेशी आॅनलाइन कंपनिया हैं, जो इस स्वदेशी भारतीय बाजार को खत्म किया जा रहा है। भारत डेढ़ सौ करोड़ जनसंख्या का देश है, यहां पर सभी व्यक्तियों को रोजगार चाहिए, जिसके चलते गिनी-चुनी ऑनलाइन विदेशी कंपनिया झूठे प्रचार कर अधिकतर सेल का हिस्सा अपने नाम कर रही है, जिसके चलते बेरोजगारी और स्वदेशी स्थानीय दुकान बंद होने के कगार पर है। अगर यही चलता रहा तो लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे, अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी।
रावण दहन के समय व्यापार मंडल महासचिव वीरेंद्र राघव, रमेश शर्मा, दिलीप सिंह एवीरेंद्र सिंह लोग मौजूद रहे। मुरलीपुरा में रामलीला का समापन, रावण का दहन : मुरलीपुरा सर्किल पर चल रही ग्यारह दिवसीय रामलीला का गुरुवार रात समापन हुआ। आदर्श रामलीला मंडल समिति की ओर से आयोजित रामलीला में अंतिम दिन रावण वध की लीला ने माहौल को भक्तिमय कर दिया। इसके बाद 60 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े।
जैसे ही राम ने तीर चलाया, अग्नि की लपटों में घिरा रावण का पुतला धू-धू कर जलने लगा। आसमान में आतिशबाजियां छूटने लगीं और जय श्रीराम के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। इसके बाद भगवान राम के अयोध्या लौटने की झांकी निकाली गई और उनका राजतिलक किया गया। मंच पर फू लों की वर्षा के बीच कलाकारों ने राजा राम का राज्याभिषेक किया। समिति अध्यक्ष अभिनव शर्मा और समाजसेवी राकेश शर्मा ने मंच पर पहुंचकर रामलीला के सभी कलाकारों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।
जलता हुआ रावण नीचे गिर गया : आदर्श नगर में जलता हुआ रावण जमीन पर गिर गया। उसके बाद उसमें से धुंआ निकलता रहा। गनीमत रही कि कोई रावण के आस-पास नहीं था, नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
