राजस्थान में बिजली दरों में छोटे उपभोक्ताओं को राहत मिली

जयपुर। राजस्थान में बिजली कंपनियों की टेरिफ दरों का निस्तारण करते हुए बिजली के दाम एक बार फिर तय किए गए हैं। नई टैरिफ में घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दरों को कम किया गया है। हर स्लैब में बिजली की टैरिफ में अधिकतम 65 पैसे तक की कमी हुई है। वहीं, 150 यूनिट वाले उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में कमी और 300 यूनिट से अधिक उपभोग वाले उपभोक्ताओं का फिक्स चार्ज बढ़ाया गया है।

300 से 500 यूनिट तक मासिक बिजली उपभोग पर फिक्सचार्ज 400 से बढ़ाकर 500 और 500 यूनिट से अधिक मासिक उपभोग पर 450 से बढ़ाकर 800 रुपए फिक्स चार्ज किया गया है। राजस्थान डिस्कॉम की बिजली कंपनियों की याचिका पर टैरिफ आदेशों के निस्तारण के बाद राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग चेयरमैन राजेश शर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। नए आदेश में पुरानी स्लैब को नए सिरे से तय किया गया है। इसके साथ ही रेग्युलेटरी सरचार्ज का भी प्रावधान किया गया है।

हालांकि राज्य सरकार पूर्व में ही स्पष्ट कर चुकी है कि गरीब, छोटे उपभोक्ताओं और किसानों पर सरचार्ज का असर नहीं आएगा। इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन के लिए बिजली दर (6 रुपए प्रति यूनिट) और फिक्स चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 300 से अधिक उपभोग पर बढ़ा फिक्स चार्ज300 से 500 यूनिट तक बिजली खर्च वालों का फिक्स चार्ज हर महीने 100 रुपए बढ़ाया है। इस श्रेणी में बिजली की दरों में 7.65 रुपए की जगह 7 रुपए प्रति यूनिट तय कर 65 पैसे प्रति यूनिट की राहत दी गई है।

500 यूनिट से ज्यादा खर्च वालों का फिक्स चार्ज 450 से बढ़ाकर 800 रुपए महीने किया गया है। यानि हर महीने अब 350 रुपए ज्यादा फिक्स चार्ज देना होगा। बिजली दरों में 7.95 रुपए की जगह सात रुपए प्रति यूनिट कर 45 पैसे प्रति यूनिट की कमी की गई है। छोटे उपभोक्ताओं को राहत नई टैरिफ दरों में 50 यूनिट उपभोग पर एनर्जी और फिक्स चार्ज में कोई बदलाव नहीं किया गया है तथा 50 यूनिट तक बिजली दर 4.75 रुपए प्रति यूनिट रहेगी।

150 यूनिट तक उपभोग पर फिक्स चार्ज 250 से घटाकर 150 रुपए तथा बिजली दर 6.50 रुपए से घटाकर 6 रुपए प्रति यूनिट की गई है, 300 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों को 150-300 यूनिट पर बिजली दरें 7.35 रुपए से घटाकर 7 रुपए प्रति यूनिट कर 35 पैसे प्रति यूनिट तक बिजली सस्ती की गई है। 300 यूनिट तक फिक्स चार्ज 300 रुपए महीने यथावत रखा गया है। नॉन डोमेस्टिक बिजली कनेक्शनों पर फिक्स चार्ज बढ़ाया50 केवीए से ज्यादा कॉन्टैक्ट डिमांड पर फिक्स चार्ज 275 रुपए से बढ़ाकर 300 रुपए प्रति केवीए प्रति मासिक बिल आएगा।

बिजली दर 7.15 रुपए से घटाकर 6.50 रुपए प्रति यूनिट की है। पांच किलोवाट तक के अघरेलू (नॉन डोमेस्टिक) कनेक्शनों पर 100 यूनिट तक फिक्स चार्ज 330 रुपए से बढ़ाकर 350 रुपए किया गया है। हालांकि दरें 7.55 रुपए से कम कर सात रुपए प्रति यूनिट की है। 100 से 200 यूनिट पर फिक्स चार्ज 330 से बढाकर 350 और बिजली दरें 8.50 रुपए यूनिट के हिसाब से यथावत रखी गई है। 200 से 500 यूनिट तक फिक्स चार्ज 420 से बढ़ाकर 450 रुपए और दरें 8.85 रुपए से घटाकर 8.50 रुपए प्रति यूनिट की गई है।

500 यूनिट से ज्यादा पर फिक्स चार्ज 500 से बढ़ाकर 700 रुपए महीना और बिजली दरें 8.95 रुपए से कम कर 8.50 रुपए प्रति यूनिट की है। किसानों को राहत, मध्यम उद्योगों का फिक्स चार्ज बढ़ायाब्लॉक में सप्लाई वाले कृषि कनेक्शनों पर एनर्जी चार्ज 5.55 रुपए प्रति यूनिट से घटाकर 5.25 रुपए और फिक्स चार्ज 30 रुपए प्रति एचपी यथावत रखा गया है। बिना ब्लॉक वाले कृषि उपभोक्ताओं की दरें 7.10 रुपए से घटाकर 7 रुपए प्रति यूनिट ओर फिक्स चार्ज 60 रुपए प्रति एचपी यथावत रखा गया है।

लघु उद्योग कनेक्शनों पर 500 यूनिट तक छह रुपए प्रति यूनिट दरें और 90 रुपए प्रति एचपी चार्ज यथावत, 500 यूनिट से ज्यादा पर फिक्स चार्ज 120 रुपए प्रति एचपी से बढ़ाकर 150 रुपए किया है। प्रति यूनिट दरें 6.45 रुपए से घटाकर 6 रुपए प्रति यूनिट की है। मध्यम उद्योगों में एलटी-6 कनेक्शन के लिए फिक्स चार्ज 130 प्रति एचपी से बढ़ाकर 150 रुपए और दरें सात रुपए प्रति यूनिट से घटाकर 6.50 रुपए की है।

एचटी-3 का फिक्स चार्ज 255 प्रति केवीए प्रति माह बढाकर 275 रुपए और दरें सात रुपए से घटाकर 6.50 रुपए प्रति यूनिट की है। एलटी-7 में फिक्स चार्ज 115 से बढ़ाकर 150 रु. प्रति एचपी और बिजली दर 8.05 से घटाकर 7.50 रुपए प्रति यूनिट, एचटी-4 में फिक्स चार्ज 240 केवीए से बढ़ाकर 300 रुपए और दर 8.05 से घटाकर 7.50 रुपए प्रति यूनिट। बडे उद्योगों के लिए फिक्स चार्ज बढ़ाया है। अब फिक्स चार्ज 300 रुपए प्रति केवीए से बढाकर 380 प्रति केवीए किया है। अब दो तरह की दरों की जगह 6.50 रुपए प्रति यूनिट चार्ज लगेगा।

पहले 150 एचपी तक 7.30 रुपए प्रति यूनिट और एक एमवीए तक 6.30 रुपए प्रति यूनिट दरें वसूली जाती थी।

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