पम्बा। सबरीमाला देवस्थानम के विकास पर त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) एक हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। ग्लोबल अयप्पा संगम के 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने घोषणा की कि सबरीमाला के विकास के लिए अधिक की परियोजनाएं लागू की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम तीर्थयात्रा का अनुभव मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सन्निधानम, पंबा और अयप्पा मंदिर तक जाने वाले पैदल मार्ग के विकास पर विभिन्न चरणों में कुल 1033.62 करोड़ रुपए खर्च किए जायेंगे, ये सभी परियोजनाएं 2039 तक पूरी होने की उम्मीद है।
विजयन ने बताया कि सबरीमाला को वैश्विक तीर्थस्थल के रूप में स्थापित करने के लिए वैज्ञानिक मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जिसमें सबरी रेलवे, सबरीमला हवाईअड्डा, रोपवे और अन्य परियोजनाएं शामिल हैं। विजयन ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाओं में सुधार के वास्ते 2025 से 2030 के बीच 300 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जाएंगे। त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के अध्यक्ष पी.एस.
प्रशांत ने बताया कि इस कार्यक्रम में 15 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, साथ ही भारत के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु भी इसमें शामिल हुए जिनमें तमिलनाडु से लगभग 1,000 श्रद्धालुओं का सबसे बड़ा दल आया। विजयन ने कहा कि तीर्थयात्रा को भक्तों के लिए सहज बनाने और जरूरी हस्तक्षेपों की पहचान करने के लिए यह संगम आयोजित किया गया है। सीएम ने कहा कि सबरिमला जाति और धर्म से परे है, हरिवरासनम जैसे भजन का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि इसे नास्तिक देवराजन मास्टर ने लिखा और ईसाई गायक यसुदास ने गाया।