जयपुर। आरटीओ प्रथम और ट्रैफिक पुलिस द्वारा बालिका सुरक्षा एवं सड़क सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा “सुरक्षित सफर अभियान” इन दिनों तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस विशेष अभियान के तहत अब तक लगभग 135 स्कूल और कॉलेजों में संयुक्त रूप से संपर्क कर विद्यार्थियों और संस्थानों को जागरूक किया गया है। कल आरटीओ प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत ने लगभग 300 स्कूल बस ऑपरेटर्स के साथ बैठक की, जिसमें सभी ने इस अभियान से जुड़ने पर सहमति दी।
अभियान के तहत अब तक शहर की करीब 1000 बसों में जीपीएस, स्पीड गवर्नर और सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह जयपुर में बालिका सुरक्षा और स्कूली बच्चों की सुरक्षित यात्रा के लिए एक अनूठा प्रयास है। इस पहल से छात्राओं और अभिभावकों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस ने स्पष्ट किया है कि 16 सितंबर के बाद जो वाहन सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें जब्त कर लिया जाएगा। आवश्यक मापदंड पूरे करने के बाद ही ऐसे वाहनों को रिलीज किया जाएगा।
अभियान का मुख्य उद्देश्य है—स्कूली बच्चों, विशेषकर बालिकाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देना और सड़क पर सुरक्षित परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करना।