सऊदी अरब में बस दुर्घटना, 42 भारतीय तीर्थयात्रियों की मौत की आशंका

Kheem Singh Bhati

रियाद: सऊदी अरब में सोमवार तड़के एक भीषण सड़क हादसे में कम से कम 42 भारतीय उमरा तीर्थयात्रियों के मारे जाने की आशंका है। यह हादसा तब हुआ जब तीर्थयात्रियों को मक्का से मदीना ले जा रही बस मुफरिहत के पास एक डीजल टैंकर से टकरा गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बस में करीब 50 लोग सवार थे और मृतकों में से कई हैदराबाद के रहने वाले थे। शुरुआती जानकारी के अनुसार, टैंकर से टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस में तुरंत आग लग गई, जिससे कई यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही आपातकालीन बचाव दल और स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य शुरू कर दिया। अधिकारी अभी भी हताहतों की सही संख्या की पुष्टि करने और पीड़ितों की पहचान करने में जुटे हैं। सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर इस दुखद घटना के बाद जेद्दा में भारतीय कॉन्सुलेट जनरल ने 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया है। प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 8002440003 जारी किया गया है। उधर, तेलंगाना सरकार ने भी रियाद में भारतीय दूतावास के साथ समन्वय स्थापित किया है।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को दूतावास के संपर्क में रहने का निर्देश दिया है। तेलंगाना सचिवालय में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां परिजन 7997959754 और 9912919545 नंबरों पर संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं। राज्य सरकार विदेश मंत्रालय (MEA) और सऊदी दूतावास के साथ मिलकर प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रही है। ओवैसी ने की शवों को वापस लाने की अपील हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

उन्होंने बताया कि उन्होंने हैदराबाद की दो ट्रैवल एजेंसियों से संपर्क कर यात्रियों की जानकारी रियाद में भारतीय दूतावास को भेजा है। उन्होंने मिशन के उप प्रमुख अबू मैथेन जॉर्ज से भी बात की, जिन्होंने बताया कि स्थानीय अधिकारी जानकारी जुटा रहे हैं और जल्द ही अपडेट देंगे। “मैं केंद्र सरकार, विशेष रूप से विदेश मंत्री डॉ. एस.

जयशंकर से अनुरोध करता हूं कि शवों को भारत वापस लाया जाए और यदि कोई घायल है, तो सुनिश्चित करें कि उन्हें उचित चिकित्सा उपचार मिले।” — असदुद्दीन ओवैसी, सांसद अधिकारी अभी भी पीड़ितों के बारे में पूरी जानकारी जुटा रहे हैं और राहत उपायों में समन्वय कर रहे हैं। इस मामले में और जानकारी का इंतजार है।

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