शिमला की संजौली मस्जिद में नमाज को लेकर बढ़ा विवाद

By Sabal SIngh Bhati - Editor

शिमला की संजौली मस्जिद को लेकर विवाद और गहरा होता जा रहा है। हिंदू संघर्ष समिति ने आज मस्जिद में नमाज पढ़ने के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए बिजली और पानी के कनेक्शन काटने की मांग की। इसके साथ ही, हाल ही में मस्जिद में नवाज पढ़ने गए लोगों का रास्ता रोकने के खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लेने की भी मांग की गई है।

जानकारी के अनुसार, पिछले तीन दिनों से हिंदू संघर्ष समिति के सदस्य आमरण अनशन पर बैठे हैं और नगर निगम तथा कोर्ट से इस मस्जिद को गिराने, बिजली और पानी का कनेक्शन काटने और नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर मस्जिद के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है। संजौली की इस पांच मंजिला मस्जिद को लेकर विवाद 2024 से चल रहा है। पिछले साल 31 अगस्त को शिमला के मल्यााणा गांव में इस मस्जिद को लेकर दो गुटों में भिड़ंत हुई थी, जब एक आरोपी मस्जिद के अंदर छिपा हुआ था।

देवभूमि संघर्ष समिति ने इस मस्जिद को अवैध बताते हुए कहा है कि 1997-98 और 2002-03 के जमाबंदी रिकॉर्ड में इसका कोई दस्तावेज नहीं है। यह मस्जिद 1947 में बनी थी और 2010 में इसका नवनिर्माण किया गया था, लेकिन वक्फ बोर्ड ने इसके निर्माण की कोई जानकारी नहीं दी। देवभूमि संघर्ष समिति का दावा है कि शिमला नगर निगम ने इस मस्जिद को गिराने के लिए 35 बार आदेश जारी किए हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

इस विवाद को लेकर 11 सितंबर को शिमला में एक उग्र प्रदर्शन भी हुआ था, जिसमें पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था।

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