शिवराज ने छिंदवाड़ा में किया शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण

Sabal Singh Bhati
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भोपाल, 20 फरवरी ()। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को छिंदवाड़ा जिले में मराठा योद्धा राजा की जयंती पर छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए छिंदवाड़ा में 122 करोड़ रुपये के विकास कार्यो का शिलान्यास भी किया।

इस बीच, चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर उनके गृहनगर और राजनीतिक गढ़ छिंदवाड़ा में निशाना साधते हुए उन पर जिले के सौसर क्षेत्र में शिवाजी की प्रतिमा स्थापित करने का विरोध करने वाले लोगों का समर्थन करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, हम अपराधियों के घरों पर बुलडोजर चला रहे हैं, जबकि वह (कमलनाथ) मध्य प्रदेश में कांग्रेस के शासन के दौरान शिवाजी की मूर्ति को तोड़ रहे थे। मैं उस समय भी यहां आया था, जब शिवाजी की मूर्ति को तोड़ा गया था और सत्ता में आने पर दोबारा बनाने का वादा किया था। मैं फिर से सत्ता में वापस आया। आज मुझे खुशी है कि मैं सौसर क्षेत्र की जनता से किए गए अपने वादे को पूरा कर रहा हूं।

चौहान फरवरी 2020 की घटना (जब नाथ मुख्यमंत्री थे) का जिक्र कर रहे थे, जिसमें शिव सेना सहित दक्षिणपंथी हिंदू समूहों द्वारा मोहगांव तिराहा (सौसर) में स्थापित छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा को हटाने को लेकर तत्कालीन राज्य प्रशासन द्वारा हटा दिया गया था।

उस समय, चौहान वहां गए थे और छत्रपति शिवाजी की मूर्ति को हटाने के खिलाफ उसी शहर में बड़े पैमाने पर विरोध में शामिल हुए थे।

मुख्यमंत्री ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को तोड़ना हमारे महान योद्धा का अपमान था, जिससे हम सभी देशवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। इसलिए हमने तय किया कि छत्रपति शिवाजी महाराज की एक बड़ी प्रतिमा यहां लगाई जाएगी और उन्हें पूरा सम्मान दिया जाएगा। युवा उनकी देशभक्ति की कहानियों से प्रेरित होंगे। छत्रपति शिवाजी हमारे आदर्श हैं।

फरवरी 2020 की घटना पर चौहान के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए सौसर निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक विजय चौरे ने कहा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हिंदू हृदय सम्राट छत्रपति शिवाजी की मूर्ति के लिए झूठा श्रेय ले रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने मूर्ति को हटाने का प्रयास किया था, क्योंकि फरवरी 2020 में बिना अनुमति के इसे स्थापित किया गया था। लेकिन कुछ ही दिनों बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके पुत्र और स्थानीय सांसद नकुल नाथ ने छत्रपति शिवाजी की एक भव्य प्रतिमा स्थापित करने के लिए रास्ता साफ कर दिया था। अब वर्तमान मुख्यमंत्री एक नई प्रतिमा के अनावरण का झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। फरवरी 2020 में शिवाजी की प्रतिमा को हटाने का प्रयास करने वाले वही अधिकारी अब वर्तमान मुख्यमंत्री का स्वागत कर रहे हैं, उन्होंने पिछले तीन वर्षो में उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की?

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times