अरुणाचल में पेपर लीक मामले को लेकर बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित

Sabal Singh Bhati
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ईटानगर, 18 फरवरी ()। पैन अरुणाचल संयुक्त संचालन समिति (पीएजेएससी) द्वारा 13 सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर 12 घंटे के बंद के आह्वान के बाद अरुणाचल प्रदेश की राजधानी इटानगर और आसपास के इलाकों में शनिवार को सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। मांगों में अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एपीपीएससी) के प्रश्नपत्र के कथित लीक को लेकर कार्रवाई की मांग भी शामिल है।

पिछले साल 26 और 27 अगस्त को एपीपीएससी द्वारा आयोजित सहायक अभियंता (सिविल) पद पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र लीक होने के विरोध में प्रदर्शन किया गया था।

पीएजेएससी ने शुक्रवार को राजधानी क्षेत्र – इटानगर, नाहरलागुन, निजुर्ली और बांदरदेवा में जन आंदोलन किया था।

पुलिस ने कहा कि विरोध के कारण व्यापारिक प्रतिष्ठान, बाजार, बैंक, शैक्षणिक संस्थान, सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहे।

हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-415 को जाम कर दिया और वाहनों के टायर जला दिए।

अरुणाचल प्रदेश सरकार ने राजधानी क्षेत्र में रविवार शाम (शाम 5 बजे) तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री पेमा खांडू के निर्देश पर एपीपीएससी के नए अध्यक्ष और सदस्यों का शुक्रवार को होने वाला शपथ ग्रहण समारोह स्थगित कर दिया गया।

अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने शनिवार को पीएजेएससी नेताओं को उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए मिलने के लिए बुलाया था।

हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के निमंत्रण को यह कहते हुए स्वीकार नहीं किया कि वे तब तक खांडू से नहीं मिलेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।

पीएजेएससी की मांग है कि एपीपीएससी द्वारा आयोजित सभी परीक्षाएं जिनमें प्रश्नपत्र कथित रूप से लीक हुए थे, रद्द कर दी जानी चाहिए, जबकि आयोग के पूर्व अध्यक्ष, सचिव, सदस्यों और अन्य अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए पेपर लीक की अदालत की निगरानी और प्रवर्तन निदेशालय से जांच और आयोग से जुड़े राज्य सरकार के अधिकारियों की बर्खास्तगी की मांग की गई है।

इसने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा भर्ती परीक्षा आयोजित करने की भी मांग की, न कि एपीपीएससी द्वारा।

इसने सहायक अभियंता (सिविल) पेपर लीक मामले पर तीन सदस्यीय समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक करने और सभी उम्मीदवारों के लिए 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की।

एपीपीएससी परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में एक विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष आठ आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।

शिकायतकर्ता (एक उम्मीदवार) ने पहले आरोप लगाया था कि एक आरोपी (एक कोचिंग संस्थान के एक शिक्षक) के पास उस परीक्षा के लिए प्रश्न थे, जिसमें एपीपीएससी के अज्ञात अधिकारियों की मिलीभगत से पेपर लीक होने का खुलासा किया गया था।

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times