ब्रह्मर्षि अंगिरा से प्रेरणा लेकर अथर्ववेद की बातें जांगिड़ों को सिखाई गई हैं। किसी की बुराई न करें, यदि किसी की भलाई नहीं कर पाते हैं। ब्रह्मर्षि अंगिरा से यह सिखाया गया है कि सत्य का पालन करें और बड़ों की प्रशंसा करें। किसी की झूठी प्रशंसा न करें। ब्रह्मर्षि अंगिरा से यह भी कहा गया है कि सत्य के साथ हमेशा रहें। निरर्थक बातें न करें।

