सुखाड़िया विश्वविद्यालय में कुलगुरु के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन

Tina Chouhan

उदयपुर। औरंगजेब को कुशल शासक बताने वाली सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो. सुनीता मिश्रा का विरोध चरम पर पहुंच चुका है। एबीवीपी एवं एनएसयूआई के बाद सुविवि के संयुक्त कर्मचारी संघ ने कुलगुरु के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को दिन भर छात्र संगठनों ने प्रदर्शन किया तो शाम को सचिवालय पहुंची कुलगुरु को छात्रों ने उन्हीं के कमरे में बंद कर चैनल गेट पर ताला जड़ दिया गया।

इससे पूर्व एबीवीपी ने पूरे सुविवि परिसर में कुलगुरु के बायकॉट के पोस्टर-स्टिकर चस्पा किए तो एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने खून से राज्यपाल एवं कुलाधिपति को पत्र लिखकर कुलगुरु को तुरंत निलंबित करने की मांग रखी। संयुक्त कर्मचारी संघ ने भी कुलगुरु के मामले में चुप्पी तोड़ते हुए वित्तीय अनियमितता के आरोप जड़ते हुए उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है। मंगलवार सुबह जैसे ही कुलगुरु के होटल मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के किसी कार्यक्रम में आने की सूचना मिली तो आंदोलनरत छात्रनेता वहां पहुंच गए और वीसी के स्वागत में लगाई गई सामग्रियों को तोड़ दिया।

इसके बाद कुलगुरु के विरोध में एकजुट हुए एबीवीपी और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग टोलियां बनाकर विश्वविद्यालय के सभी संघटक कॉलेजों को बंद करवाया। हालांकि, इस दौरान परीक्षा संबंधित कार्यों को बाधित नहीं किया गया, लेकिन ऑरिएंटेशन, संगोष्ठी व सेमिनार को बंद करा कॉलेजों पर ताले जड़ दिए। गुपचुप पहुंची वीसी और उनके समर्थक मंगलवार शाम करीब पांच बजे कुलगुरु प्रो. मिश्रा व उनके समर्थक प्रो. मीरा माथुर, प्रो. एमएस ढांका सचिवालय पहुंचे। जैसे ही उनके आने की सूचना मिली तो छात्र संगठनों के समर्थक प्रशासनिक भवन पहुंचे और सारे रास्ते बंद कर दिए।

इसके बाद एबीवीवी के कार्यकर्ताओं ने सचिवालय के चैनल गेट पर ताला जड़ दिया। इस दौरान पुलिस जाप्ता भी उपस्थित था, जिन्होंने समझाइश भी की लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। उन्होंने मांग रखी गई कि कुलगुरु खुद अपना निलंबन बनाए और हमें सौंपे। यदि वे ऐसा नहीं करती है तो ताला किसी भी हालत में नहीं खोला जाएगा। देर शाम तक वीसी और उनके समर्थक शिक्षक कमरे में ही कैद थे और पुलिसकर्मी छात्रों से समझाइश का प्रयास करते रहे।

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