जीजा के पैसे हड़पने के लिए परिवादी ने रची लूट की साजिश

जयपुर। डीएसटी टीम और जालूपुरा थाना पुलिस ने लूट की साजिश रचने वाले परिवादी सुरेन्द्र शर्मा (पीड़ित) (31) सिकराय सिकंदरा दौसा हाल आगरा रोड और उसके दो दोस्तों अनिमेश मीना (23) गीजगढ़ सिकंदरा दौसा और हरकेश मीणा उर्फ रामकेश मीणा (31) पिपलकी मानपुर दौसा को गिरफ्तार किया है। उसने कबूल किया कि उस पर कर्जा हो गया था, उसे चुकाने के लिए और अपने जीजा के रुपए हड़पना चाहता था। इस कारण लूट की झूठी साजिश रची थी।

पुलिस ने इनके कब्जे से लूट में प्रयुक्त की गई बिना नम्बरी बाइक और लूटी गई राशि 2.58 लाख रुपए बरामद किए हैं। यह था मामला : पुलिस उपायुक्त उत्तर करण शर्मा ने बताया कि परिवादी सुरेन्द्र शर्मा निवासी आगरा रोड ने रिपोर्ट दी कि गत नौ नवम्बर को मेरे साथ जालूपुरा में लूट हो गई थी। मेरे बैग में 2.58 लाख रुपए नकद थे। उनमें 1.50 लाख रुपए मैंने एचडीएफसी बैंक किशनपोल बाजार से चैक से निकाले थे।

88 हजार रुपए मैंने एटीएम से निकाले और 20 हजार रुपए मुझे घर से मेरे जीजा ने दो दिन पहले ही दे दिए थे, जो मेरे बैग में रखे थे और मैं किशनपोल से अतुल ईएनटी पर पार्सल लेने जा ही रहा था कि एसबीआई बैंक के सामने गोपीनाथ मार्ग पर बाइक सवार दो लोगों ने मेरा बैग छीन लिया और मैं वहां गिरकर बेहोश हो गया। वहां के स्थाई लोगों ने मुझे पानी पिला कर उठाया और पुलिस ने एम्बुलेंस बुलाकर मुझे एसएमएस हॉस्पीटल में भेज दिया वहां पर मुझे एडमिट कर लिया गया और मेरा इलाज जारी है।

ऐसे हुआ खुलासा : डीसीपी शर्मा ने बताया कि वारदात को खुलासा करने के लिए सीसीटीवी कैमरे देखे तो एक बिना नम्बरी बाइक पर दो संदिग्ध दिखाई दिए। इस पर पीड़ित की सीडीआर निकाली। पुलिस को संदेह लगा कि तो पीड़ित को थाने बुलाकर पूछताछ की गई। पीड़ित कभी कुछ व कभी कुछ कहानी बनाकर पुलिस को गुमराह करने लगा एवं कोई सन्तोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ की तो खुलासा हो गया।

कर्जे से था परेशान : पीड़ित ने कबूल किया कि मुझ पर काफी कर्जा हो रखा है, मैं मेरे जीजा के रुपए हड़पना चाहता था। मैनें खुद ने ही लूट का प्लान बनाया तथा मैंने अपने दोस्त अनिमेश मीणा निवासी दौसा को वारदात करने के लिए अपना प्लान बताते हुए आधे रुपए देने का लालच दिया, जिसके बाद अनिमेश मीणा अपने दोस्त हरकेश मीणा उर्फ रामकेश मीणा को अपनी बिना नम्बरी मोटरसाइकिल पर हेलमेट लगाकर दौसा से अजमेरी गेट जयपुर ले आया एवं पीड़ित के इशारे का इन्तजार करने लगा।

जालूपरा स्थित गोपीनाथ मार्ग तक पीड़ित ने रुपयों का बैग बाइक के पीछे लटका रखा था।

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