आहोर। दीपावली के बाद मौसम ने नया मोड़ लिया है। रविवार रात के बदलाव के बाद सोमवार सुबह आसमान में घने बादल छा गए और रुक-रुक कर हल्की बूंदाबांदी ने सर्दी को और बढ़ा दिया। सुबह से चल रही ठंडी हवाओं ने वातावरण में ठंडक घोल दी है, जिससे लोगों ने गर्म कपड़ों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री और न्यूनतम 15.8 डिग्री तक बना हुआ था, लेकिन रविवार रात से जारी बादल और हल्की बरसात के कारण तापमान में गिरावट आई है।
खुले इलाकों में ठंड का असर और तेज महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय चक्रवात ‘मोंथा’ का असर अब राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों तक पहुंच गया है। इसके चलते जालोर, पाली, सिरोही, बाड़मेर सहित आसपास के जिलों में हल्की बारिश और बादलों का दौर बना हुआ है। विभाग ने अनुमान जताया है कि 31 अक्टूबर तक मौसम इसी तरह बदला रह सकता है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, यह हल्की बारिश रबी फसलों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इससे मिट्टी में नमी बढ़ेगी।
वहीं, खेतों में काटकर रखी मेहंदी की फसल के लिए यह बरसात नुकसानदेह साबित हो सकती है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों को ढककर रखें ताकि नमी से हानि न हो। आहोर और आसपास के गांवों में सुबह से ही बादल और बूंदाबांदी के बीच लोगों ने मौसम का नया रूप महसूस किया — दीपावली की गर्माहट के बाद अब सर्दी ने दस्तक दे दी है।

