अर्शदीप न केवल विकेट पर गेंदबाजी कर रहे थे बल्कि वह उन्हें तोड़ रहे थे : पार्थिव पटेल

Jaswant singh
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मुम्बई, 23 अप्रैल ()। पूर्व भारतीय क्रिकेटर पार्थिव पटेल पंजाब किंग्स के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के आईपीएल मुकाबले में मुम्बई इंडियंस के खिलाफ प्रदर्शन से काफी संतुष्ट नजर आये। उन्होंने कहा कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज वानखेड़े स्टेडियम में न केवल विकेट पर गेंदबाजी कर रहे थे बल्कि सटीक यॉर्कर से उन्हें तोड़ भी रहे थे।

पंजाब ने यह मुकाबला 13 रन से जीता। 215 के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुम्बई की टीम छह विकेट पर 201 रन ही बना सकी। अर्शदीप ने पारी का आखिरी ओवर बेहतरीन अंदाज में डाला जिसमें उन्होंने दो रन ही दिए और दो विकेट भी झटके।

मुम्बई को आखिरी ओवर में 16 रन की जरूरत थी और अर्शदीप ने तीसरी गेंद पर मिडल स्टंप तोड़ डाला जब तिलक वर्मा स्ट्राइक पर थे। यह कोई तुक्का नहीं था। अगली गेंद पर उन्होंने मिडल स्टंप फिर तोड़ डाला और इस बार नेहाल वढेरा स्ट्राइक पर थे। वह चार ओवर में 29 रन पर चार विकेट लेकर पंजाब के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे।

जियोसिनेमा विशेषज्ञ पार्थिव पटेल ने कहा, आखिरी में निष्पादन सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने शुरूआत में ईशान किशन का विकेट लिया। मैच उस समय बदला जब उन्होंने सूर्यकुमार यादव को आउट किया। वह केवल विकेट पर गेंदबाजी नहीं कर रहे थे बल्कि उन्हें तोड़ भी रहे थे। उनकी यॉर्कर सटीक थीं। हमने दो विकेट टूटते देखे और वानखेड़े में मौजूद सभी अतिरिक्त स्टंप मंगा लिए गए।

उन्होंने कहा, अर्शदीप ने पंजाब के लिए मैच जीता क्योंकि उस समय काफी रन जा रहे थे। दबाव में गेंदबाजी करना और उनकी यॉर्कर को देखना, वह अपने कौशल पर भरोसा कर रहे थे और उसे सही तरीके से अंजाम पर पहुंचा रहे थे।

दूसरी तरफ पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने अर्शदीप के 20वें ओवर की तारीफ करते हुए कहा कि लगातार यॉर्कर डालना आसान नहीं है। उन्होंने कहा, अर्शदीप ने पंजाब के लिए पहले भी ऐसा किया है वह पिछले कुछ वर्षों से यह भूमिका निभा रहे हैं मुश्किल ओवरों में आना और गेंदबाजी करना अविश्वसनीय है आज तो यह और भी मुश्किल था। उन्हें 15 रन बचाने थे और मैदान पर टिम डेविड भी मौजूद थे जो बड़े छक्कों के लिए जाने जाते हैं। लेकिन वह अधिकतर गेंदों में नॉन स्ट्राइकर छोर पर ही रह गए और अर्शदीप ने मुकाबला शानदार ढंग से फिनिश किया।

उन्होंने साथ ही कहा, इतनी सटीक यॉर्कर डालना आसान नहीं है और तिलक वर्मा तो अपने जीवन की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। उन्हें आउट करना वाकई शानदार था।

आरआर

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