बालोतरा। श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में धोक देकर व प्रसाद चढ़ा परिवार में खुशहाली की कामना की। दिन भर श्रद्धालुओं की आवाजाही पर यहां मेला सा माहौल रहा। श्रद्धालुओं द्वारा माँ के जयकारों, भजनों से तीर्थ परिसर गुंजाए मान रहा। त्रयोदशी पर माँ के दर्शन का विशेष महत्व है।
बालोतरा केजसोलधाम में दिन निकलने से पूर्व ही बालोतरा व आसपास के गांवों सहित सम्पूर्ण राजस्थान एवम् गुजरात से पधारे श्रद्धालु माता के जयकारे लगाते, भजन गाते हुए पैदल जत्थों के रूप में मंदिर पहुंचे। त्रयोदशी को लेकर श्री राणीसा भटियाणीसा सहित सभी मंदिरों की प्रतिमाओं का विशेष पूजन करके नए वस्त्रों, गहनों व फूल मालाओं से आकर्षक श्रृंगार के साथ मंगला आरती उतारी गई।
दिन निकलने पर रेलगाडिय़ों, बसों व निजी वाहनों से यहां हजारों श्रद्धालु पहुंचे। सड़क से मंदिर प्रवेशद्वार तक श्रद्धालुओं की लंबी कतारें नजर आई।
घंटों प्रतीक्षा के बाद आई बारी पर श्रद्धालुओं ने श्री राणीसा भटियाणीसा सहित मन्दिर परिसर में स्थित श्री सवाईसिंह जी, श्री लाल बन्नासा, श्री खेतलाजी, श्री भेरूजी व श्री बायोसा मंदिरों में दर्शन-पूजन कर व प्रसाद चढ़ा परिवार में खुशहाली की कामना की।मंदिर संस्थान की ओर से श्रद्धालुओं के लिए छाया, पानी, चिकित्सा व सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए। तथा सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई।
बालोतरा के जसोलधाम में हुआ भजन संध्या का आयोजन
त्रयोदशी की पूर्व संध्या पर संस्थान की ओर से भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में स्थानीय भजनियों हेमाराम, तेजाराम, हरिराम द्वारा सुमधुर वाणी में प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें जसोल मां के अनन्य भक्तों ने समर्पित भाव से हाजरी लगाकर भजनों का आनंद लिया। हर माह की शुक्ल त्रयोदशी की भांति आरती का सीधा प्रसारण सस्थान की सोशल साइट्स पर किया गया। जिसका जसोल मां के अनन्य भक्तों ने घर पर बैठकर दर्शन लाभ लिया।
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