अहवा, 4 फरवरी ()। ठेकेदार के श्रमिकों के वेतन के लिए अग्रिम 7 लाख रुपये लेकर भाग जाने के बाद महाराष्ट्र के डांग जिले के मालुंगा गांव में एक किसान ने कथित तौर पर 14 आदिवासी मजदूरों को बंधक बना लिया।
दो-तीन महीनों से बंधक बनाए गए मजदूरों के परिवारों ने उन्हें बचाने के लिए गुजरात सरकार से मदद मांगी है।
मनमोदी ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच नागिन गावित ने मीडिया को बताया, कुछ महीने पहले मोटा मलूंगा के 14 मजदूरों को एक ठेकेदार महाराष्ट्र के तामखेड़ा पवार वाडी गांव में खेती के काम के लिए ले गया था। मजदूर किसान योगेश ठेंगिल के खेत में पहुंचे, तो ठेकेदार ने वेतन के नाम पर किसान से 7 लाख रुपये एडवांस ले लिए। इसके बाद ठेकेदार न तो गांव लौटा न ही किसान को एडवांस का पैसा लौटाया।
गावित ने कहा, दो महीने से बंधुआ मजदूर सुनील वाघमारे, उशीबेन, मोहनभाई व अन्य अपने रिश्तेदारों को गांव बुलाकर अपनी आपबीती सुना रहे हैं। उन्होंने परिजनों से यहां तक कहा है कि किसान योगेश 7 लाख रुपए वसूलने के लिए हमारी किडनी बेचने की धमकी दे रहा है।
मामले में किसान योगेश थेंगिल से बात नहीं हो पाई। प्रतिनिधि ने उनके मोबाइल नंबर पर फोन किया, तो उनके परिवार की एक महिला सदस्य ने कहा, योगेश अपना सेल फोन घर पर छोड़कर बाहर चला गया है।
डांग के अतिरिक्त जिला कलेक्टर पद्मराज गामित ने को बताया, मजदूरों के परिवार के सदस्यों ने उनसे या अधिकारियों से शिकायत नहीं की है, लेकिन उन्हें मीडिया से आरोपों के बारे में पता चला है, वे इस मामले को देखेंगे और मजदूरों को छुड़ाने के लिए संबंधित अधिकारियों के सामने मामले का उठाएंगे।
एसकेके/
देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।