चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की बड़ी बैठक- राज्य के साथ-साथ देश भर के मुस्लिमों लोगों को साधने की कवायद

Sabal SIngh Bhati
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नई दिल्ली, 17 मई ()। मध्य प्रदेश में इस वर्ष विधान सभा का चुनाव होना है। राज्य में वर्तमान में भाजपा की सरकार है और शिवराज सिंह चौहान राज्य के मुख्यमंत्री हैं, लेकिन 2018 के चुनाव परिणामों से सीख लेते हुए भाजपा इस बार चुनाव की तैयारियों में कोई कोर -कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच भी अब चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में उतरने जा रहा है। मंच ने इस बार अपने कार्यकतार्ओं के प्रशिक्षण के लिए आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय अभ्यास वर्ग के लिए मध्य प्रदेश को चुना है। 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव और इसी वर्ष मध्य प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारियों को लेकर इस बैठक को काफी अहम माना जा रह है।

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने इस अभ्यास वर्ग बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि इस बार मंच के इस राष्ट्रीय अभ्यास वर्ग की बैठक के लिए मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को चुना गया है, जहां के एक हिस्से में बड़ी मुस्लिम आबादी भी रहती है। उन्होंने बताया कि 8 से 11 जून के बीच भोपाल में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का यह अभ्यास वर्ग आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक इन्द्रेश कुमार भी मौजूद रहेंगे।

बैठक के एजेंडे की जानकारी देते हुए शाहिद सईद ने आगे बताया कि मंच देश भर में एक देश, एक झंडा, एक राष्ट्रगान और एक कानून की बात को मुस्लिम समाज के बीच पहुंचाने लिए कैम्पेन चलाएगा और मंच के कार्यकर्ता प्रशिक्षण हासिल करने के बाद सच्चा मुसलमान, अच्छा नागरिक का संदेश लेकर देश भर में जाकर मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ संवाद करेंगे। इस अभ्यास वर्ग में मंच के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा कि वो किन मुद्दों को लेकर मुस्लिम समाज के बीच जाए और किस तरह से अपनी बात रखे। इसमें मंच के विस्तार और नए कार्यकर्ताओं को संगठन के साथ जोड़ने के तौर-तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।

मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, आरएसएस से जुड़ा संगठन है जो पिछले दो दशकों से मुस्लिम समुदाय के बीच जाकर काम कर रहा है। मंच का यह दावा है कि अब तक देश के 26 राज्यों के 350 से ज्यादा जिलों में मंच का संगठन काम कर रहा है और इसका तेजी से विस्तार हो रहा है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक मंच के संगठन को खड़ा करने और मजबूत बनाने के लिए समय-समय पर इस तरह के अभ्यास वर्ग का आयोजित किया जाता है। शाहिद सईद ने बताया कि इस तरह का पिछला अभ्यास वर्ग साल 2021 में 4 और 5 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में किया गया था जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत और डॉक्टर कृष्ण गोपाल के अलावा संघ के कई अन्य बड़े नेता भी शामिल हुए थे।

मंच की इस बैठक को मध्य प्रदेश के वर्तमान राजनीतिक हालात, भाजपा की चुनावी तैयारियों और मतदाताओं के मूड खासकर मुस्लिम मतदाताओं के रवैये को लेकर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि कर्नाटक विधान सभा चुनाव के नतीजों से यह स्पष्ट हो गया है कि मुसलमानों ने एकजुट होकर कांग्रेस को ही वोट किया था और यही ट्रेंड मध्य प्रदेश में भी जारी रहा तो कांग्रेस को बढ़त मिल सकती है और यही भाजपा के लिए चिंता का सबब है।

एसटीपी/

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