जैसलमेर/झिनझिनयाली। जैसलमेर के दक्षिणी बसिया क्षेत्र के कुंडा ग्राम पंचायत के भूतपूर्व सरपंच रतनसिंह भाटी का मंगलवार को निधन हो गया। वह 92वर्ष के थे। मंगलवार शाम उनका निधन का समाचार मिलते ही जिले सहित आस-पास के गांवों में शोक की लहर छा गई।
बुधवार को उनके पैतृक निवास स्थान गांव कुंडा में बेंकुठ यात्रा निकाली गई। रतनसिंह भाटी ने दसवीं करने के बाद पुलिस सेवा में कार्यरत हुए। आठ-दस वर्ष पुलिस सेवा में रहने के बाद उन्होंने नोकरी छोड़ दी थी।
गांव वाले बताते है कि रतनसिंह भाटी दबंग व्यक्ति थे वो अपनी दबंगई से नोकरी करना चाहते थे। लेकिन तत्कालीन एसपी बाड़मेर से उनकी किसी बात को लेकर तकरार हो गई थी।आपसी तकरार के बीच उन्होंने नोकरी छोड़ दी बाद में तत्कालीन एसपी ने भाटी को फिर से नोकरी जोईनिग करने को कहा लेकिन भाटी ने मना कर दिया वो समाज सेवा में आ गए नोकरी के बाद वो 1930 से 1990 तक लगातार तीस वर्ष कुंडा पंचायत के सरपंच रहे।
भाटी ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष भी रहे। रतनसिंह भाटी पूर्व सांसद स्व: कल्याणसिंह कालवी और पूर्व वित्त – विदेश और रक्षा मंत्री जसवंतसिंह जसोल के बेहद करीबी रहे। जसवंतसिंह जसोल की पाकिस्तान हिंगलाज माता यात्रा के दौरान वह साथ रहे। भाटी ने मंगलवार शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली। बुधवार को उनकी बेंकुठ यात्रा निकाली गई।
बेंकुठ यात्रा मे जैसलमेर-बाड़मेर के कई गांवों के हजारों की तादाद में हिन्दू-मुस्लिम ने अंतिम बेंकुठ यात्रा के दर्शन कर भाटी को गाजे-बाजे के साथ विदाई दी गई। रतनसिंह भाटी को “कुंडा का किंग” कहा जाता था वह दक्षिणी बसिया के मौजिज वह सामाजिक सरोकार व्यक्ति थे।
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