बालोतरा के निकटवर्ती गाँव किटनोद में विद्यालय का रास्ता अवरूद्ध, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

Kheem Singh Bhati
4 Min Read
बालोतरा के निकटवर्ती गाँव किटनोद में विद्यालय का रास्ता अवरूद्ध, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

बालोतरा। बालोतरा के निकटवर्ती किटनोद में आसोतरा रोड़ पर ग्राम कुसीप से बालोतरा जाने वाला बारामासी आम रास्ता पुरातन काल से चलता आ रहा है. जो रास्ता किटनोद की सरहद से होकर बिठुजा की ओर गुजरता है. इस मार्ग को आम जनता के आवागमन हेतु उपयोग में निरन्तर लगातार लेते आ रहे हैं।

बारामासी रास्ते से भादवा मास में रामदेव मंदिर बिठुजा व रामदेवरा जाने हेतू पैदल यात्री आते जाते रहते हैं. यह प्राचीन काल से ऊं गाडियां, बैलगाड़ी, ट्रैक्टर व पैदल व्यक्ति कुसीप से बालोतरा आवागमन हेतु काम में में लेते आ रहे हैं.  जिसको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा बालोतरा कलेक्टर राजेन्द्र विजय को ज्ञापन सौंपा।

ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग राखी की ग्राम पंचायत किटनोद ने आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किटनोद की सरहद में इस सार्वजनिक उपयोग के रास्ते पर नरेगा रोजगार योजना के तहत वर्ष 2017 में अर्थ वर्क करवाकर उस पर ग्रेवाल बिछाया गया जो मौके पर मौजूद हैं।

इस रास्ते में कालू सिंह पुत्र सोहन सिंह राजपूत, दुदाराम मेघवाल पर्वत सिंह व विशनाराम पुत्र रघुनाथ राम चौधरी के खेत में से रास्ता चल रहा था, जिस पर ग्राम पंचायत किटनोद के तत्कालीन सरपंच सरोज कुमारी के प्रतिनिधि उसके पिता हनुमान राम ने सहमति प्राप्त कर बारहमासी रास्ते पर अर्थ वर्क कर नरेगा रोजगार योजना के तहत ग्रेवल बिछाया।

कालुसिंह का कहना है कि इस रास्ते से कास्तकार, मजदूर अपने खेतों में आने-जाने हेतु ट्रैक्टर वगैरा लाते रहते हैं तथा इसको निरंतर प्रयोग व उपभोग में लेते आ रहे हैं और दूर दराज की ढाणियों से बच्चे विद्यालय में पढ़ने के लिए जाते हैं और जो यह मुख्य रास्ता है. राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मूंजियों की ढ़ाणी में 40 बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं।

बच्चों के भविष्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है. कंटीली झाड़ियां से हर रोज कपड़े फट जाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2017 के पश्चात् व पूर्व में किसी भी शख्स ने इस रास्ते को अवरूद्ध नहीं किया और इस रास्ते को किसी भी शख्स को अवरूद्ध करने का कोई अधिकार नहीं है।

बालोतरा के निकटवर्ती गाँव किटनोद में विद्यालय का रास्ता अवरूद्ध, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बालोतरा के निकटवर्ती गाँव किटनोद में विद्यालय का रास्ता अवरूद्ध, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

जानकारी के अनुसार लोगों का कहना है कि अभी कुछ दिन पूर्व खातेदार विशनाराम पुत्र रघुनाथ राम चौधरी जो कि असामाजिक तत्वों की बहकावे में आकर उक्त रास्ते को जबरदस्ती बंद कर दिया है. इस पर विशनाराम को ग्रामीणों व लोगों द्वारा कई बार समझाया गया मगर उक्त रास्ते को नहीं खोला गया,

बल्कि सामाजिक तत्वों के सिखावे में आकर हम लोग ग्रामीण पर झूठा मुकदमा कर उन्हें परेशान किया गया।

इनका कहना है –

इस रास्ते में न्यूसेंस पैदा कर कांटेदार झाड़ियों से बाड़ करने से अब विद्यार्थियों को स्कूल आने जाने व ग्रामीणों तथा श्रृद्धालुओं को रास्ते से आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। – हडमानाराम प्रजापत, ग्रामीण

सरकारी विद्यालय में बच्चें पढ़ने के लिए आते हैं, जिसकी पढ़ाई पर गहरा असर पड़ रहा है। बच्चों के कपड़े झाड़ियों में फट रहे हैं। राहगीरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।- कालुसिंह, ग्रामी

 

 

 

 

 

 

 

 

बालोतरा के साथ देश विदेश की तमाम बड़ी खबरों के लिए निहारिका टाइम्स को फॉलो करें। हमें फेसबुक पर लाइक करें और ट्विटर पर फॉलो करें। ताजा खबरों के लिए हमेशा निहारिका टाइम्स पर जाएं।

Share This Article